मां ने नवजात को अस्पताल में छोड़ा, 26 दिन बाद चाइल्ड लाइन को सौंपा गया शिशु

मां ने नवजात को अस्पताल में छोड़ा, 26 दिन बाद चाइल्ड लाइन को सौंपा गया शिशु

बिलासपुर  छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में जन्मे एक नवजात को उसकी मां अस्पताल में ही छोड़कर चली गई। करीब 26 दिन तक अस्पताल प्रशासन ने शिशु की देखभाल की, लेकिन जब कोई परिजन लेने नहीं आया तो आखिरकार उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।

मामला कैसे सामने आया
जानकारी के अनुसार, 15 अगस्त 2025 को भरनीपरसदा सकरी निवासी कविता (20 वर्ष) को प्रसव के लिए सिम्स के महिला एवं प्रसूति विभाग में भर्ती किया गया। उसी दिन उसने पुत्र को जन्म दिया। 16 अगस्त को प्रसूता को छुट्टी दे दी गई।

परिजन 24 अगस्त तक नवजात को देखने आते रहे, लेकिन उसके बाद अचानक आना बंद कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने संपर्क के लिए दिए गए मोबाइल नंबरों पर कॉल की, परंतु वे भी गलत पाए गए।

अस्पताल ने की देखभाल
शिशु को NICU वार्ड में भर्ती कर रखा गया, जहां डॉक्टर राकेश नाहरेल, समीर कुमार जैन, सलीम खलखो, मीनाक्षी ठाकुर, जायकिशोर और नर्सिंग टीम ने मिलकर उसकी देखभाल की।

पुनर्वास की प्रक्रिया
संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ. लखन सिंह के निर्देश पर 11 सितंबर से शिशु के पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की गई। अंततः 13 सितंबर 2025 को बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंपा गया। इस अवसर पर चाइल्ड हेल्प लाइन प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी, सुपरवाइजर आस्था सिंह व चंद्रप्रकाश श्रीवास, और सामाजिक कार्यकर्ता विकास साहू (सेवा भारती मातृछाया, बिलासपुर) मौजूद रहे।

सिम्स प्रशासन का बयान
सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने कहा कि, “नवजात को अस्पताल में समुचित उपचार और सुरक्षा प्रदान की गई। अब उसके उज्ज्वल भविष्य और पुनर्वास के लिए उसे चाइल्ड लाइन को सौंपा गया है, जहां उसकी उचित देखभाल सुनिश्चित होगी।”