तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए जंगल गए दो बच्चों की आईईडी की चपेट में आने से मौत, CM साय ने कहा नक्सलियों को चुकानी पड़ती इसकी कीमत
रायपुर। बीजापुर में तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए जंगल गए दो बच्चों की आईईडी की चपेट में आने से मौत हो गई। इस हादसे पर राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दुख व्यक्त किया और कहा है कि नक्सलियों को इसकी कीमत चुकानी होगी।इससे एक दिन पहले भी एक युवती की आईईडी की चपेट में आने पर मौत हुई थी।ज्ञात हो कि सोमवार को बीजापुर के भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के इंद्रावती नदी के तट पर बोड़गा गांव में दो बच्चे अपने पालकों के साथ तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे। इसी दौरान आईईडी में धमाका हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई।
राज्य के मुख्यमंत्री साय ने सोमवार को हुई घटना का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा, "बीजापुर जिले के बड़े बोड़गा गांव के एक खेत में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से गांव के दो मासूम बच्चों के देहावसान की दुखद सूचना प्राप्त हो रही है। ईश्वर से उन अबोध बच्चों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं।"उन्होंने आगे लिखा, "नक्सलवाद का काला साया हमारे बच्चों को निगल रहा है, जिसे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। नक्सलियों को मासूमों के करुण मौत की क़ीमत अवश्य चुकानी होगी।"