प्यास को प्यासा मिला

Premdeep

प्यास को प्यासा मिला

प्यास को प्यासा मिला 
रेगिस्तान में चलती रही प्यासी
मिलो दूर उनकी तलाश में 
रेत की चमक उलझा देती मुझे 
मिलन के उनकी आस में 
तपती रही पाने  को उन्हें 
नैनो की घाघर में सागर लिए 
मिले ओ मुझे ऊंचे लम्बे रास्ते में
झील की तरह गहरी आस लिए