39 लाख का इनामी 15 नक्सलियों ने किया सरेंडर

सुकमा। सुकमा जिले में 39 लाख रुपए इनामी 15 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इसमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं। आठ लाख रुपये का इनामी नक्सली बंडू भी शामिल है। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से सात के सिर पर कुल 26 लाख रुपये का इनाम है। वहीं दंतेवाड़ा में 6 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। यहां पर 3 नक्सलियों पर 13 लाख का इनाम घोषित था। ये सभी अलग-अलग इलाकों में सक्रिय थे। इन्होंने एसपी गौरव रॉय के समक्ष सरेंडर किया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार सुकमा जिले में नौ नक्सलियों बंडू उर्फ बंडी मड़काम (22), मासे उर्फ वेट्टी कन्नी (45), पदाम सम्मी (32), माड़वी हुंगा उर्फ कुव्वेर हुंगा (39), पुनेम मगंडी (36), कड़ती विज्जे उर्फ जयो (27), मड़कम शांति (22), मुचाकी मासे (32) और कड़ती हिड़िया (20) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने बताया कि नक्सली बंडू उर्फ बंडी मड़काम पीएलजीए बटालियन नंबर एक का सदस्य है तथा उसके सिर पर आठ लाख रुपये का इनाम है। अधिकारियों ने बताया कि नक्सली मासे और पदाम सम्मी के सिर पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया कि नक्सली माड़वी हुंगा, पुनेम मगंडी, कड़ती विज्जे और मड़कम शांति के सिर पर दो-दो लाख रुपये का इनाम है। अधिकारियों ने बताया कि नक्सली बंडू कथित तौर पर विभिन्न नक्सली हमलों में शामिल था, जिसमें 2020 में सुकमा जिले के मिनपा में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर किया गया हमला भी शामिल है। इस हमले में 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।उन्होंने बताया कि अन्य नक्सली पुलिस दल पर हमला करने समेत कई नक्सली घटनाओं में शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा और बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ के तहत 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है। उन्हें पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी।