हरियाली तीज पर्व: आस्था, परंपरा और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक – विधायक पुरंदर मिश्रा

हरियाली तीज पर्व: आस्था, परंपरा और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक – विधायक पुरंदर मिश्रा

रायपुर - ,भारतीय संस्कृति में हर त्योहार अपने साथ धार्मिक, सामाजिक और वैज्ञानिक संदेश लेकर आता है। इन्हीं पर्वों में से एक है हरियाली तीज, जो महिलाओं की आस्था, दाम्पत्य सुख और सामाजिक समरसता का प्रतीक माना जाता है।

उत्तर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने हरियाली तीज की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर अपने पति की दीर्घायु, परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

उन्होंने कहा कि हरियाली तीज केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी है। इस अवसर पर महिलाएं भजन-कीर्तन, लोकगीत और पारंपरिक आयोजनों के माध्यम से अपनी संस्कृति को जीवित रखती हैं। इससे आपसी भाईचारा, रिश्तों की मिठास और सामाजिक एकता को मजबूती मिलती है।

विधायक श्री मिश्रा ने आगे कहा कि यह पर्व प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का भी अवसर है। सावन का महीना हरियाली और वर्षा का प्रतीक है, जब धरती नई ऊर्जा से भर जाती है। आयुर्वेद के अनुसार इस समय शरीर का पाचन तंत्र कुछ कमजोर होता है, ऐसे में व्रत रखने से स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है।

अंत में उन्होंने सभी से आह्वान किया कि इस अवसर पर हम सब मिलकर न केवल अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाएं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सद्भाव की दिशा में भी एकजुट होकर कार्य करें।