महावीर गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, विधायक मिश्रा हुए शामिल, “गौ सेवा ही मानवता की सच्ची पहचान” — पुरंदर मिश्रा

105 वर्षों से सतत गौ सेवा कर रही है महावीर गौशाला समिति, 695 गौमाताओं की हो रही सेवा

महावीर गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, विधायक मिश्रा हुए शामिल, “गौ सेवा ही मानवता की सच्ची पहचान” — पुरंदर मिश्रा
महावीर गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, विधायक मिश्रा हुए शामिल, “गौ सेवा ही मानवता की सच्ची पहचान” — पुरंदर मिश्रा
महावीर गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, विधायक मिश्रा हुए शामिल, “गौ सेवा ही मानवता की सच्ची पहचान” — पुरंदर मिश्रा
महावीर गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन, विधायक मिश्रा हुए शामिल, “गौ सेवा ही मानवता की सच्ची पहचान” — पुरंदर मिश्रा

रायपुर। गोपाष्टमी महोत्सव के पावन अवसर पर राजधानी रायपुर स्थित श्री महावीर गौशाला, कृष्ण कुमार मार्ग, मौदहा पारा में श्रद्धा और भक्ति के साथ गौ पूजन एवं बाल गोपाल की प्रतिमा का पूजन-अर्चन किया गया। इस दौरान गौ माता को गुड़, फल एवं चारा आदि का भोग अर्पित कर परंपरागत विधि से आराधना संपन्न की गई।

कार्यक्रम में रायपुर उत्तर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने विशेष रूप से शामिल होकर गौ पूजन किया और गौशाला परिवार द्वारा किए जा रहे सतत सेवा कार्यों की सराहना की। विधायक मिश्रा ने कहा कि सन 1920 से स्थापित महावीर गौशाला परिवार ने रायपुर में गौ सेवा का संकल्प लेकर निस्वार्थ भाव से कार्य किया है।

उन्होंने कहा, “गौ सेवा केवल धार्मिक कर्तव्य नहीं, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी संवेदना और जिम्मेदारी का प्रतीक है। ऐसे आयोजन हमें अपने कर्म से गौ सेवा से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।”

इस अवसर पर गौशाला परिवार के वरिष्ठजनों ने विधायक श्री मिश्रा का साल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। विधायक ने सम्मान के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि गौशाला परिवार का यह समर्पण समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।

कार्यक्रम में रायपुर महापौर श्रीमती मीनल चौबे, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू, राजकमल सिंघानिया, गौशाला अध्यक्ष सियाराम अग्रवाल सहित स्थानीय समिति एवं गौशाला परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

गौशाला अध्यक्ष सियाराम अग्रवाल ने बताया कि महावीर गौशाला में वर्तमान में 695 गौ माताओं की सेवा की जा रही है। उन्होंने कहा कि सन 1920 में समिति की स्थापना के बाद से संस्था पिछले 105 वर्षों से निरंतर गौ सेवा और संरक्षण के कार्य में लगी हुई है।

गोपाष्टमी महोत्सव का यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक रहा, बल्कि सामाजिक सद्भाव और सेवा भावना का सशक्त उदाहरण भी बना।