इससावनमोरी_मैय्या
मोना चन्द्राकर मोनालिसा रायपुर छत्तीसगढ़
देख घटा सावन की मोरी मैय्या
मायके की याद बहुत आती
भेज दो मुझे लिवाने मेरे भैय्या
मायके का थोड़ा सुख पाती
संग सहेलियों के झूमती मैय्या
फिर से अल्हड़ बच्ची बन जाती
वही सावन के झूले वहीं गलियां
वही हरियाली तीज का त्यौहार मनाती
हरी हरी चुड़ियां पहन सजती मैय्या
लाल सुहाग के जोड़ा डालती
माथे पर चमकती बिंदिया सजाती
मांग में दमकता सिंदूर लगाती
रख के उपवास भोले संग पार्वती मैय्या
सदा सुहागन रहने उन्हे मनाती
फूल बेल पत्ते फल केला सब चढ़ाती
घंटी बजाकर आरती उतारती
इस सावन भेज दो मोरी मैय्या
भेज दो मुझे लिवाने भैय्या