विश्व जल दिवस पर दन्तेश्वरी महिला महाविद्यालय एवं बायोडायवर्सिटी कंजरवेशन सोसायटी छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में संगोष्ठी का आयोजन

शासकीय दंतेश्वरी पीजी महिला महाविद्यालय, जगदलपुर में 22 मार्च 2025 को विश्व जल दिवस के अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी महाविद्यालय के यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी, विज्ञान सभा, और बायोडाइवर्सिटी कंजर्वेशन सोसाइटी, छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई थी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर राजीव गुहे ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि जल संचयन हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी-अपनी छत को साफ रखना चाहिए और उस पर बारिश से आने वाले पानी को पाइप की सहायता से धरती के अंदर तक पहुँचाना चाहिए। इससे हम जल की एक-एक बूंद को बचा सकते हैं और धरती के भीतर निर्मल जल के स्तर को ऊपर उठा सकते हैं।
डॉक्टर गुहे ने आगे कहा कि सूखे पत्तों को जलाने से बचना होगा, और उनसे खाद बनाने के लिए महाविद्यालय कैंपस में पायलट प्रोजेक्ट बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी जल संचयन के लिए एकजुट होकर काम करेंगे, तो हम जल संकट को दूर कर सकते हैं और अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।
वनस्पति शास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर गुलाब चंद साहू ने आंकड़ों पर आधारित जल संकट पर भारत एवं राज्यों की स्थिति पर पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा बताया कि आज हमारे देश के कुछ महानगर शुष्क क्षेत्र घोषित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि देश के अन्य क्षेत्रों में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए हमें जल संरक्षण तथा जल संवर्धन के उपाय करने होंगे। हमें जल की एक-एक बूंद बचानी होगी।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर गुलाब चंद साहू ने किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉक्टर योगेंद्र मोतीवाला, श्रीमती बबीता दीवान, महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, सुश्री ज्योति त्रिपाठी, श्रीमती वैशाली मांडवी, डॉक्टर प्रियंका शुक्ला, श्रीमती मनीषा नायडू, सुश्री पद्मिनी ठाकुर, डॉक्टर बृजेश गौतम, डॉक्टर आशीषधर दीवान, सुश्री जीविदा कोसले, श्रीमती तहसील सुल्ताना, श्रीमती तृप्ति खनंग, डॉक्टर बिंदु साहू, डॉक्टर हेमलता मिज, क्रीड़ा अधिकारी श्री सत्यनारायण सोनंत एवं बड़ी संख्या में छात्राओं की उपस्थिति रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रिंसी दुग्गा ने किया।