“अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस और विश्व गौरेया दिवस का संयुक्त आयोजन”

नवीन शासकीय महाविद्यालय, अमलीडीह, रायपुर में दिनांक 20.3.2025 को राष्ट्रीय सेवा योजना और अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” और “विश्व गौरैया दिवस” मनाया गया। इस अवसर पर डॉक्टर अनीता सरीन, प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में सभी को महिला दिवस की बधाई देकर महिलाओं के विकास, संरक्षण, समानता एवं उसके अधिकारों के संबंध में जानकारी प्रदान की। ' गौरैया दिवस' के पर गौरैया पक्षी के संरक्षण पर विशेष बल देते हुए कहा कि समस्त पशु- पक्षी, जीव- जंतु प्रकृति की अनुपम कृति है । सभी की विशिष्ट पहचान है। पर्यावरण में विशेष योगदान है, प्रत्येक जीव की रचना के पीछे कोई - न - कोई उद्देश्य निहित होता है । हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम इनसे प्रेम करें, इनके संरक्षण के प्रति स्वयं जागरूक हूं और समाज को भी जागरूक करें ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। समस्त प्राणियों को इस भू धरा पर रहने का समान अधिकार है।
महिला दिवस मनाते हुए अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सौजन्य से श्रीमती प्रीति सिंह और श्रीमती ऋचा रथ ने प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन किया । इस प्रश्नोत्तरी में विद्यार्थियों ने पूछे गए प्रश्नों का सही-सही जवाब दिया । जिसमें मधु, महक बी. ए. द्वितीय सेमेस्टर मयंक, दिवाकर, रिया, बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर आदि ने शामिल हैं। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ- साथ महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. प्रीता लाल ने अपने उद्बोधन में महिलाओं की स्थिति बताते हुए महिला दिवस का इतिहास, औचित्य तथा आत्म मंथन करने पर ज़ोर दिया। सुश्री यामिनी साहू, अतिथि व्याख्याता ने 'गौरैया दिवस' के अवसर पर गौरैया संरक्षण गौरेया पक्षी के महत्व को उजागर किया तथा गौरैया की विलुप्त होती प्रजाति के कारणों पर प्रकाश डाला।
उपरोक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सी बी शर्मा, डॉ. अविनाश लाल, डॉ. हेमंत सिरमौर, डॉ. अनुरोध बनोदे, डॉ. भूपेंद्र वर्मा, सुश्री अदिति, सुश्री यामिनी, श्री राघवेंद्र उपस्थित रहे । कार्यक्रम की सफलता महाविद्यालय की सबसे छोटी किंतु महत्वपूर्ण कड़ी विद्यार्थियों की उपस्थिति एवं उनकी भागीदारी रही। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन डॉ. तनुजा बघेल ने एवं मंच संचालन सुश्री नम्रता ध्रुव ने किया।