पेंशनरों के हक पर फिर से डाका : डीआर के आदेश में 8 माह एरियर हजम कर गए, रायपुर में वित्त मंत्री के बंगले के पास डीआर आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध जताया

भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश ने पेंशनरों और परिवार पेंशनरों के लिए 14 मई 25 के बेक डेट से देर शाम 15 मई 25 को प्रसारित बिना एरियर 3% महंगाई राहत (डीआर) के आदेश को पेंशनरों के हक पर डाका करार दिया है। इस आदेश के जरिए एकबार फिर हर बार की तरह 8 माह का एरियर हजम कर राज्य के पेंशनरों के साथ छल किया गया है। सरकार के इस आदेश का पेंशनर्स महासंघ ने विरोध करने हेतु पूरे रायपुर में महंगाई राहत (डीआर) के सरकारी आदेश का आज संध्या 5 बजे वित्त मंत्री के बंगले के पास नारेबाजी कर होली जलाई गई ।
जारी विज्ञप्ति में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने बताया है कि यह आदेश एक तरफ मोदी के गारंटी के विपरीत पेंशनरों और परिवार पेंशनरों हित के साथ घोर अन्याय है। राज्य के बजट से रिटायर ब्यूरोक्रेट और बिजली के कर्मचारियों को जुलाई 24 से डीआर लाभ दिया गया है फिर राज्य सेवा के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ऐसा अन्याय क्यों किया जा रहा है यह यक्ष प्रश्न है। प्रदेश में कई जगह इस तरह के कार्यक्रम किया गया। 17 मई को भी जिला और संभाग मुख्यालय में इसी तरह प्रतियां जलाने का कार्य किया जाएगा।
भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश द्वारा किए गए इस कार्यक्रम में प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव, पूरन सिंह पटेल, अनिल गोलहानी, बी एस दसमेर, अनिल पाठक , आर जी बोहरे, भीमराव जाम्हले, एस के चिलमवार, हरेंद्र चंद्राकर,नागेन्द्र सिंह आदि शामिल रहे ।