बीमा के नाम पर 20 लाख की ठगी करने वाले दो ठग यूपी से गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस ने बीमा के नाम पर ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय ठग गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। ठगों ने बस्तर के एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर को झांसा देकर 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था। पुलिस अधीक्षक सलभ सिन्हा ने सोमवार को इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि रिटायर्ड बैंक मैनेजर आनंदराव देशमुख से ठगों ने खुद को एक फर्जी बीमा कंपनी IRDR का अधिकारी बताकर संपर्क किया। उन्होंने बंद पड़ी इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ दिलवाने के नाम पर अलग-अलग चरणों में 20 लाख रुपये आनंदराव से वसूल लिए।
कुछ समय तक कोई लाभ नहीं मिलने पर आनंदराव देशमुख को जब धोखाधड़ी की आशंका हुई तो उन्होंने तत्काल बस्तर पुलिस से संपर्क कर मामला दर्ज कराया। ठगी की गंभीरता को देखते हुए एसपी बस्तर सलभ सिन्हा के निर्देश पर एक पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसने मामले की गहराई से जांच शुरू की। जांच के दौरान बस्तर पुलिस की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ठगों का लोकेशन उत्तर प्रदेश के नोएडा क्षेत्र में ट्रेस किया। इसके बाद टीम ने नोएडा में तीन दिनों तक लगातार कैंप कर आरोपियों की तलाश की और आखिरकार दो आरोपियों – लवकुश और राहुल कुमार को पकड़ने में सफलता हासिल की।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने ठगों के पास से 7 मोबाइल फोन, कई बैंक ATM कार्ड, ठगी में प्रयुक्त दस्तावेज और अन्य तकनीकी सामग्री जब्त की है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इस गिरोह ने और किन-किन राज्यों या लोगों को अपना शिकार बनाया है।
एसपी सलभ सिन्हा ने बताया कि रिटायर्ड बैंक मैनेजर द्वारा समय रहते रिपोर्ट दर्ज कराए जाने और पुलिस की तत्परता से ठगों को समय रहते दबोच लिया गया, जिससे और कई लोगों के साथ संभावित ठगी की घटनाएं टल गईं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था से बीमा, निवेश या इनाम जैसे झांसे में आकर पैसे का लेन-देन न करें और किसी भी संदिग्ध कॉल की सूचना तत्काल पुलिस को दें।
पुलिस अब ठग गिरोह के अन्य साथियों और नेटवर्क की तलाश में जुट गई है। पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित ठग गिरोह हो सकता है जो देश के अलग-अलग हिस्सों में बीमा और निवेश के नाम पर ठगी की घटनाओं को अंजाम देता है। बस्तर पुलिस की इस कार्रवाई को ठगी के बढ़ते मामलों के बीच एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है और इससे अन्य जिलों में भी ऐसे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद बढ़ी है।