उच्च शिक्षा विभाग हमें नियमित्त करें- छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ

शासकीय महाविद्यालयो के रिक्त पदों पर वर्षों से शैक्षणिक कार्य करते आ रहे अतिथि व्याख्याता को उसके पदों को भरे हुए मानते हुए नियमित्त किया जाए l हमें शासकीय सेवा देते हुए कई- कई वर्षों हो गए हैं जिससे हमारी आयु सीमा शासकीय सेवा के लिए जो आयु समय निर्धारित है उससे अधिक हो चुकी है अब हम 45 से अधिक आयु में जाए तो जाए कहां हमारी जाब को सुरक्षित किया जाए एवं बचे हुए पदों पर भर्ती किया जाएl माननीय उच्च शिक्षा मंत्री महोदय जी से निवेदन है कि छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ लोक सेवा भती का विरोध नहीं कर रहा है लेकिन वर्तमान में जो अतिथि व्याख्याता कार्य कर रहे हैं उसकी भविष्य को ध्यान में रखते हुए भर्ती किया जाए अतिथि व्याख्याता लंबी सेवा देकर शिक्षा के बागडोर को संभाले हुए हैं एवं अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं ऐसे में क्या नई भर्ती करना उचित है? सरकार का ध्यान आकर्षण करते हुए छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ के अध्यक्ष महेंद्र शिवारे उच्च शिक्षा विभाग का ध्यान आकर्षण इस तरफ कर रहे हैं की पहले हमारे पद को भरा हुआ मानते हुए हमें शासकीय सेवक माना जाए उसके पश्चात ही नयी भर्ती किया जाए l
यह निवेदन छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ के संभाग अध्यक्ष डॉ अशीषधर दीवान एवं सलाहकार समिति से डॉक्टर देवदत शर्मा, डॉक्टर प्रवीण गुप्ता, डॉक्टर सुबोध देवांगन, डॉक्टर दीपक चंद्राकर,डॉ रजनीश उमरे, राजेंद्र गेंडरे, सुरेंद्र पटले, डॉ बलवेंद्रु मणि त्रिपाठी, डॉ संतोष, डॉक्टर संगीता त्रिपाठी, डॉक्टर गीतांजलि चंद्राकर, डॉक्टर तरन्नुम एवं समस्त अतिथि व्याख्याता के द्वारा यह कहा गया की 45 के अधिक उम्र वालों को शासकीय सेवक की श्रेणी में रखा जाए जिससे हम पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन कर सके lयह निवेदन माननीय उच्च शिक्षा मंत्री एवं संबंधित उच्च अधिकारियों से है ताकि वर्तमान उच्च शिक्षा विभाग की स्थिति में और अधिक सुधार आ सकेl