रमन सिंह यदि सहमत हो तो उनके नाम से भी चौक का नाम रख दें - मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर तंज कसा है. भूपेश ने रमन सिंह को दिन में सपना देखने वाला बताया है.

रमन सिंह यदि सहमत हो तो उनके नाम से भी चौक का नाम रख दें - मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल

कांग्रेस संगठन चुनाव की बैठक मंगलवार कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन सम्पन्न हुई. इस बैठक प्रदेश के पदाधिकारियों के अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  भी शामिल हुए. बैठक संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि '' अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी चुनाव प्राधिकरण से जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप चुनाव अधिकारी सभी जिलों और ब्लॉक में जाकर बैठक कर चुनाव प्रक्रिया पूर्ण करेंगे.प्रदेश चुनाव अधिकारी हुसैन दलवाई की अध्यक्षता में जिला चुनाव अधिकारी और ब्लॉक चुनाव अधिकारियों की बैठक सम्प्पन हुई है.''

 पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के चौक चौराहों के नामकरण के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने   कहा " रमन सिंह सपना देख रहे हैं. छत्तीसगढ़ में वे 15 विधायकों से 14 हो गए हैं. 2023 पता नही वे कितने होंगे. वो उम्मीद कर रहे हैं 2023 में वे आएगे तो चौक चौराहों के नाम बदल देंगे. हमारे द्वारा छत्तीसगढ़ के महापुरुषों के नाम पर चौक चौराहों का नामकरण किया गया है. उनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के महापुरुषों को कोई स्थान नहीं मिलता था.''

भूपेश बघेल ने कहा कि ''छत्तीसगढ़ के महापुरुषों का नाम लेना भी उचित नहीं समझते थे. हमने सभी महापुरुषों के नाम से चौक चौराहों और सड़कों का नामकरण किया है.अटल जी जब जीवित थे तो रमन सिंह ने सब जगह अटल चौक बनाया था. रमन सिंह भूतपूर्व मुख्यमंत्री है. हमने राजा नरेश चंद्र से लेकर अजीत जोगी तक सभी के नाम से हम लोगों ने नामकरण किया है. रमन सिंह अगर सहमत हो तो उनके नाम से भी किसी चौक को रख सकते."

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासीयो के मामलें में मध्यप्रदेश की योजनाओं को जोड़कर तुलनात्मक बयान दिया है. सीएम ने कहा कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में आदिवासियों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए काम किया है. हमारी सरकार ने आदिवासियों के हित में जिस तरीके से काम किया है..इसकी तुलना मध्य प्रदेश से कर लीजिएगा.आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने उनको अधिकार दिलाने, पेसा नियमावली बनाने का काम किया गया है.वहीं केंद्र सरकार ने केवल आदिवासी के हित में बात की. आदिवासी के नुकसान केंद्र द्वारा बनाए गए प्रावधान से ही हो रहा है. केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आदिवासियों के साथ कुठाराघात करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

सीएम ने कहा ''पहले केंद्र की वर्तमान बीजेपी सरकार से जानना है कि अभी कितने लोगों को रोजगार दिया गया.केंद्र की बीजेपी शासनकाल के दौरान हुए बेरोजगार युवाओं की सूची जारी करने की सीएम भूपेश ने मांग की है.