“समाज का आरोप — संगठन में योगदान के बावजूद उपेक्षित रहा यादव समाज, नेतृत्व से न्याय की उम्मीद”
“भाजपा की नई जिला टीम में यादव समाज को जगह न मिलने से असंतोष, समाज ने जताई नाराज़गी”

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के रायपुर ग्रामीण और रायपुर शहर जिला संगठन की मुख्य पदाधिकारियों की सूची जारी होने के बाद यादव समाज में गहरी नाराज़गी देखने को मिल रही है।
समाज के नेताओं का कहना है कि भाजपा संगठन ने ओबीसी वर्ग के अंतर्गत आने वाले यादव समाज — जो जनसंख्या के आधार पर दूसरा सबसे बड़ा समुदाय है — को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर दिया है।
समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि वर्षों से यादव समाज भाजपा के प्रति समर्पित रहा है और पार्टी की हर गतिविधि में सक्रिय भूमिका निभाता रहा है। इसके बावजूद जिला संगठन की मुख्य सूची में किसी भी यादव समाज के कार्यकर्ता को प्रमुख स्थान नहीं दिया गया है।
इस उपेक्षा से समाज में असंतोष और निराशा का माहौल है।
समाज के नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष परमानंद यदु ने कहा कि “इतनी बड़ी आबादी वाले समाज की अनदेखी पार्टी संगठन के संतुलन पर प्रश्न खड़ा करती है।”
रायपुर राज अध्यक्ष संतोष यदु ने कहा कि “यादव समाज सदैव भाजपा की मजबूती का स्तंभ रहा है। संगठन को समाज के योगदान को देखते हुए सम्मानजनक प्रतिनिधित्व देना चाहिए।”
रायपुर महानगर इकाई अध्यक्ष हरिराम यदु ने कहा कि “आगामी संगठन विस्तार में यादव समाज के कर्मठ कार्यकर्ताओं को नेतृत्व पद पर अवसर देना समय की मांग है।”
उचित प्रतिनिधित्व की मांग
समाज के प्रतिनिधियों ने भाजपा नेतृत्व से आग्रह किया है कि आगामी जिला संगठन, मोर्चा एवं प्रकोष्ठों की सूचियों में यादव समाज को उनकी जनसंख्या और योगदान के अनुरूप सम्मानजनक प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाए।
समाज का कहना है कि यादव समाज का योगदान केवल मतदान तक सीमित नहीं, बल्कि विचार, संघर्ष और संगठन तक फैला हुआ है।
“समाज को सम्मान मिलेगा तो पार्टी और अधिक सशक्त होगी,” ऐसा कहना है समाज के पदाधिकारियों का।