राज्यपाल के आदेश के खिलाफ SC पहुंची शिवसेना, फ्लोर टेस्ट पर रोक की मांग
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ्लोर टेस्ट के आदेश के खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गयी है. वहीं, कांग्रेस, एनसीपी के नेताओं ने भी राज्यपाल के आदेश के खिलाफ अदालत जाने की बात कही है. ज्ञात हो कि राज्यपाल ने उद्धव सरकार को विधान सभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए भेजा पत्र है.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ्लोर टेस्ट के आदेश के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शिवसेना ने फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने की मांग की है. वहीं, कांग्रेस, एनसीपी के नेता भी राज्यपाल के आदेश के खिलाफ अदालत जाने की बात कही है. सुप्रीम कोर्ट में अभिषेक मनु सिंघवी शिवसेना की तरफ से पेश हुए.
शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शाम 5 बजे सुनवाई करेगी. सुनील प्रभु ने 30 जून को सदन के पटल पर अपना बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्यपाल के द्वारा लिखे पत्र को चुनौती दी है.
सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील एएम शिंघवी ने कहा, 'मैं अवैध फ्लोर टेस्ट से संबंधित मामले का उल्लेख करना चाहूंगा. मैं केस के मेरिट पर बहस नहीं कर रहा हूं, मैं केवल हस्तक्षेप चाहता हूं. आज शाम तक सुनवाई हो. इसपर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हमारे पास कोई दस्तावेज नहीं है. हमें कैसे पता चलेगा कि क्या मामला है. इसके बाद शिंघवी ने कहा कि हम 3 या 4 तक दस्तावेज उपलब्ध करा देंगे.
शिंदे गुट की ओर से पेश वकील नीरज किशन कौल ने कहा कानून में स्थिति बहुत स्पष्ट है. वहीं, एसजी तुषार मेहता ने कहा, 'मैं राज्यपाल की ओर से पेश होऊंगा. मिस्टर सिंघवी मुझे कॉपी दे दो.' जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी परदीवाला मामले की सुनवाई करेंगे.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद राज्य में सियासी उठापटक तेज हो गयी है. इस राजनीतिक हलचल के बीच चीजें बहुत तेजी से आगे बढ़ रही हैं. विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडवानीस और भाजपा नेताओं ने मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी. राज्यपाल ने आज बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है.
महाराष्ट्र विधानभवन के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत को लिखे पत्र में कोश्यारी ने कहा, ‘महाराष्ट्र विधानसभा का एक विशेष सत्र 30 जून (बृहस्पतिवार) को पूर्वाह्न 11 बजे बुलाया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री के खिलाफ विश्वास प्रस्ताव पर मतदान एकमात्र एजेंडा होगा और किसी भी सूरत में सदन की कार्यवाही शाम पांच बजे तक पूरी करनी होगी.' पत्र में कहा गया है, ‘सदन की कार्यवाही का लाइव प्रसारण किया जाएगा और इसके लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे.'
भाजपा ने कहा है कि एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में है और उसके पास बहुमत नहीं है. इसके लिए देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी.