श्रेष्ठ पालकत्व पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा यूरोपियन कमीशन सह राज्य साझेदारी कार्यक्रम अंतर्गत यूनिसेफ के अकादमिक सहयोग से शाला प्रबंधन समिति एवं पालकों की शिक्षा में और भी बेहतर भूमिका निभाने हेतु आखर अंजोर श्रेष्ट पालकत्व के तहत तैयार सामग्री के माध्यम से पालकों और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों का आगामी दिनों में प्रशिक्षण उन्मुखीकरण किया जाना है | इस हेतु राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ रायपुर के संचालक श्री राजेश राणा व मिशन संचालक राज्य समग्र शिक्षा श्री नरेन्द्र दुग्गा के मार्गदर्शन में स्त्रोत व्यक्तियों का ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा रायपुर में दो दिवसीय राज्य स्तरीय आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है |
प्रशिक्षण के प्रथम दिवस के सत्र में राज्य समग्र शिक्षा के सहायक संचालक डॉ. एम. सुधीश , सहायक संचालक व सामुदायिक सहभागिता एवं एसएमसी के प्रशिक्षण प्रभारी योगेश्वर हरदेल , राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के सहायक संचालक (योजना व वित्त ) दिनेश टांक, यूनिसेफ से मनीषा वत्स,विकास भदौरिया सहित जिलों से आये जिला परियोजना अधिकारी व प्रत्येक जिलों से आए स्त्रोत व्यक्ति उपस्थित रहे |
राज्य समग्र शिक्षा के सहायक संचालक डॉ. एम. सुधीश ने प्रतिभागियों को कहा कि एसएमसी को सशक्त करना आवश्यक है इसके लिए हमें कार्य करना जरुरी है | आमतौर पर देखा गया है कि एसएमसी के बैठकों को गंभीरता से नही लिया जाता है | एसएमसी को सक्रिय करने के लिए आवश्यक है कि उनको शाला से सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराया जाए |
सामुदायिक सहभागिता एवं एसएमसी के प्रशिक्षण प्रभारी योगेश्वर हरदेल ने प्रशिक्षण के सबंध में प्रतिभागियों को बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम से हमें सभी स्तर के एसएमसी को सक्रिय करना है और इसके लिए सभी को एकजुटता से कार्य करना होगा |
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के सहायक संचालक (योजना व वित्त ) दिनेश टांक ने कार्यशाला के सम्बन्ध में बताया कि एसएमसी को शाला सुधार योजना से जोड़ते शिक्षा में सुधार के लिए प्रेरित करने को कहा | एसएमसी के साथ साथ समुदाय को शाला से जोड़ने के लिए प्रेरित करने के लिए योजना पर कार्य करने को कहा | यूनिसेफ की योजना सलाहकार मनीषा वत्स के द्वारा शाला प्रबंधन समिति एवं पालकों की शिक्षा में और भी बेहतर भूमिका निभाने हेतु आखर अंजोर श्रेष्ट पालकत्व कार्यक्रम के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार पूर्वक बताया गया | उनके द्वारा प्रतिभागियों से रोल प्ले कराकर शिक्षा में पालकों की भूमिका को स्पष्ट किया गया |
स्त्रोत व्यक्ति डॉ. मंजीत कौर बल के द्वारा एसएमसी को सशक्त बनाने के लिए विस्तारपूर्वक चर्चा किया व समुदाय के सहयोग से शाला के बच्चों को स्थानीय कौशलों को सिखाने पर बल दिया | जिला परियोजना अधिकारी रश्मि सिंह के द्वारा प्रतिभागियों को अपनने जिले में संचालित श्रेष्ट पालकत्व कार्यक्रम के बारे में उदाहरण देकर बताया |