महिला सांसद ने पूछा- एक ईंट की कीमत 14 रुपये, पीएम किसान योजना के तहत घर कैसे बनेगा ?
नौकरी के मुद्दे पर संसद के बजट सत्र में सरकार की किरकिरी हुई. महिला सांसद ने कहा कि सरकार की ओर से नौकरी के लिए मिस्ड कॉल सर्विस लाई गई, लेकिन उस नंबर पर फोन करने पर 'नंबर नॉट इन सर्विस' का जवाब आता है. बढ़ती महंगाई पर त्रिपुरा की सांसद झरना दास ने कहा कि एक ईंट की कीमत 14 रुपये हो चुकी है, ऐसे में पीएम आवास योजना के तहत दी जा रही आर्थिक मदद पर्याप्त नहीं है.
संसद में आम बजट पर चर्चा के दौरान नौकरी के मुद्दे पर संसद में सरकार की किरकिरी होती दिखी. त्रिपुरा से निर्वाचित महिला सांसद ने बताया कि नौकरी पाने के लिए जो मिस्ड कॉल सर्विस का ऑफर दिया गया था, उस पर जवाब- 'नंबर नॉट इन सर्विस' का मिलता है. उन्होंने कहा कि चुनाव आने पर कहा जाता है कि इस नंबर पर मिस्ड कॉल करने से नौकरी मिलेगी, लेकिन चुनाव खत्म होने पर जब उस नंबर पर संपर्क किया गया तो जबाव मिलता है, यह नंबर उपयोग में नहीं है.
महंगाई के मुद्दे पर त्रिपुरा की सीपीआईएम सांसद झरना दास ने कहा कि सरकार सबके लिए घर की योजना तो चला रही है, लेकिन सरकार को बताना चाहिए कि अगर एक ईंट की कीमत 14 रुपये है, तो सरकार की ओर से दी जा रही आर्थिक मदद से घर कैसे बनाया जा सकता है.
झरना दास ने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत सबको घर दिए जाने की योजना अच्छी है, लेकिन इस योजना के तहत 1.30 लाख रुपये दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि आज एक ईंट की कीमत 14 रुपये है, ऐसे में सरकार की ओर से मिल रही आर्थिक मदद पर्याप्त नहीं है
उन्होंने बजट 2022 में खेती-किसानी से जुड़े लोग एमएसपी गारंटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. झरना दास ने कहा कि किसानों से एफसीआई द्वारा खरीदे जाने वाले अनाज की योजना पर भी 28 प्रतिशत बजट कटौती की गई है. उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना के तहत फर्टिलाइजर सब्सिडी में भी 25 फीसद बजट कटौती की गई है.
इससे पहले टीआरएस सांसद के सुरेश रेड्डी ने राज्य सभा में अपने वक्तव्य में कहा कि सरकार को किसानों के लिए अनिवार्य न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानूनी प्रावधान करना चाहिए. टीआरएस सांसद के सुरेश रेड्डी ने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए और पूछा, क्या केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों की बैक डोर एंट्री कराना चाहती है ?