चुनावी प्रचार-प्रसार के खत्म होते ही भाजपा ने की प्रेसवार्ता सरकार खुद जानती है कि ये विधेयक नहीं टिकने वाला है : बृजमोहन अग्रवाल
भानुप्रतापपुर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में आज चुनावी प्रचार-प्रसार थम गया। प्रचार-प्रसार थमते ही भारतीय जनता पार्टी ने भानुप्रतापपुर के प्रेस क्लब में पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता की। इस दौरान उपचुनाव प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल, आदिवासी नेता रामविचार नेताम व विक्रम उसेंडी जी मौजूद रहे। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस सरकार की मंशा पर कई सवाल खड़े किए।
उपचुनाव प्रभारी बृजमोहन बोले सरकारी कर्मचारी बन्द करें शराब व पैसा बाटना
इस प्रेस वार्ता में बातचीत करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं के माध्यम से हमें यह समय-समय पर सूचना मिल रही है कि, कांग्रेस अपने प्रचार-प्रसार में सरकार कर्मचारियों का सहारा ले रही है। हम सरकारी कर्मचारियों को ये सीधी चेतावनी देते हैं कि अपनी गड़ियों शराब व पैसा बाटना बन्द करें। साथ ही उन्होंने प्रचार-प्रसार में कर्मचारियों की संलिप्तता को लेकर चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग भी की।
सीएम के सामने महिला पत्रकार से हुई छेड़छाड़, फिर भी चुप रहे : बृजमोहन अग्रवाल
बृजमोहन अग्रवाल जी ने आगे कहा कि आज कांग्रेस के नेताओं द्वारा महिला पत्रकार से छेड़छाड़ का मामला भी सामने आया है। सीएम के सामने यह घटना घटी फिर भी वह चुप रहे। झूठे आरोपों के लिए वह 4 ट्वीट करते है। खुद के सामने हुई घटना पर मौन..? यहां की पुलिस के द्वारा कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई उल्टा उन्हें भगा दिया गया, क्योंकि प्रदेश की सरकार ने पुलिस को कार्रवाई के काम से हटाकर शराब व पैसा बाटने के काम मे लगा दिया है। यहां के समस्त पुलिस कर्मचारियों को उनकी शपथ की याद दिलाते हुए मैं यह आह्वान करता हूँ कि, जहां-जहां हमारे कार्यकर्ता पैसा शराब शिकायत मिले वहां उचित कार्रवाई करें।
आरक्षण के मामले को लेकर दिया बयान
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भानुप्रतापपुर का उपचुनाव 32% आरक्षण को कम करने वालों के खिलाफ है, जनता को छलने, ठगने वालों के खिलाफ ये उप चुनाव है। जो विधेयक लाया गया है, सरकार खुद जानती है कि उनके द्वारा पारित किया गया कानून, कहीं नहीं टिकने वाला है। इस उपचुनाव का रुख कांग्रेस के खिलाफ में है।
भूपेश सरकार कर रही है जनता को ठगने का काम
भूपेश सरकार केवल जनता को ठगने का काम कर रही है। पिछले 3 महीने से भर्तियाँ रुकी हुई है। केवल भानुप्रतापपुर में ही 142 डॉक्टरों की नियुक्तियां नहीं हुई है। सरकार ने इस प्रदेश को बदहाल कर दिया है। पूरे छत्तीसगढ़ में फैला बदहाली का ये मंजर, इस सरकार की अकर्मण्यता को दर्शाता है। प्रदेश में ईडी की कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि देश की सबसे भ्रष्टतम सरकार कोई है तो वह छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार है। यहां अधिकारियों को लूट करने के लिए लगा दिया गया है।