एटीएम में कैश डालने निकले कर्मचारी ने किया 5.26 करोड़ रुपये का गबन; एक इंस्पेक्टर, दो आरक्षक सहित 6 लोग गिरफ्तार

बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में एटीएम में डालने के लिए 5.26 करोड़ रुपये गबन करने के मुख्य आरोपियों रॉकी और गौरव ने रिमांड के चौथे दिन 5 करोड़ रुपये बरामद करा दिए। गौरव ने आरिफपुर खड़खड़ी गांव में अपने घर में गड्ढा खोदकर तो रॉकी ने अपने गांव हसनपुर जिला शामली में खेत में रुपये दबाए हुए थे। कंपनी के आरोपित कर्मचारी गौरव की पत्नी और मां के अलावा दूसरे कर्मचारी राकी की मां शामिल है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया। गौरव की चार माह की बेटी भी मां के साथ ही जेल में गई है। सीएमएस कंपनी बैंकों से कैश लेकर एटीएम में रुपये लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य करती है। बड़ौत क्षेत्र में कंपनी के कर्मचारी (कस्टोडियन) गौरव तोमर निवासी आरिखपुर खेड़ी गांव व राकी मलिक निवासी हसनपुर, शामली जनपद एटीएम का 5.26 करोड़ रुपये का कैश लेकर फरार हो गए थे।रिमांड की अवधि पूरी होने पर आज सोमवार को इन दोनों के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस के इंस्पेक्टर समेत सभी छह आरोपियों को जेल भेजा जाएगा। दोनों मुख्य आरोपी गौरव निवासी आरिफपुर खड़खड़ी और रॉकी निवासी हसनपुर जिला शामली 25 मार्च को तमंचे व कारतूस के साथ गिरफ्तार हो गए थे। जांच के दौरान मुख्य आरोपियों और चंडीगढ़ पुलिस की सेटिंग का खुलासा होने पर चंडीगढ़ में मुकदमा दर्ज किया गया। चंडीगढ़ पुलिस इंस्पेक्टर, दो सिपाहियों और मनीष निवासी जौहड़ी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। चंडीगढ़ जेल में बंद गौरव, रॉकी, इंस्पेक्टर समेत छह आरोपियों को बागपत में बी वारंट पर लाया गया और उनको बागपत जेल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद न्यायालय से पांच दिन का रिमांड लेकर पुलिस ने छह आरोपियों को जेल से लाकर पूछताछ शुरू की।इनमें सबसे पहले आरोपी मनीष निवासी जौहड़ी ने चंडीगढ़ में छिपाकर रखे 50 हजार रुपये बरामद कराए। रविवार को शामली के हसनपुर गांव में रॉकी ने अपने खेत में गड्ढा खोदकर दबाए गए रुपयों का बैग बरामद कराया। आरिफपुर खड़खड़ी में गौरव ने घर में भूसे के नीचे गड्ढे में दबाए गए रुपयों का बैग बरामद कराया। बता दें कि 3 मार्च को आडिट टीम ने क्षेत्र के एक-एक कर 24 एटीएम को वीडियोग्राफी कराते हुए खोला तो पता चला कि दोनों कर्मचारियों ने बैंक से मिला कैश एटीएम में नहीं डाला है। यही नहीं एटीएम में पहले से जमा जो कैश था, उसे भी निकाल लिया गया है। इस तरह दोनों आरोपितों ने लगभग 5.26 करोड़ रुपये का गबन करते हुए कंपनी को बड़ा नुकसान पहुंचा दिया है।