छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से, अधिसूचना जारी...

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से, अधिसूचना जारी...

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आगामी 14 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, जो 18 जुलाई तक चलेगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें प्रस्तावित की गई हैं। यह सत्र न केवल राजनीतिक दृष्टि से अहम होगा बल्कि यह मौजूदा विधानसभा भवन में आयोजित होने वाला अंतिम सत्र होगा। दिसंबर में प्रस्तावित शीतकालीन सत्र राज्य की नई विधानसभा भवन, नवा रायपुर में आयोजित किया जाएगा।

सत्र में गर्माएंगे राजनीतिक मुद्दे
इस सत्र में विपक्षी कांग्रेस सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है। खासतौर पर किसानों की समस्याएं, खाद संकट और कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष तैयारी में जुट गया है। कांग्रेस ने पिछले 17 महीने के कार्यकाल की भाजपा सरकार की "विफलताओं" की सूची तैयार की है और रणनीतिक तरीके से सरकार को घेरेगी।

ऑनलाइन मोड में विधानसभा
छत्तीसगढ़ विधानसभा अब पूरी तरह से डिजिटल हो चुकी है। विधायकों के सवालों और सूचनाओं का आदान-प्रदान अब ऑनलाइन माध्यम से हो रहा है। इससे विधायकों की भागीदारी और सक्रियता में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।

राज्य सरकार भी सत्र के लिए पूरी तरह से तैयार है। हर मुद्दे पर विपक्ष के सवालों का तथ्यात्मक और आक्रामक जवाब देने की रणनीति बनाई जा रही है। कांग्रेस के संभावित मुद्दों की सूची के आधार पर जवाबी तैयारी राज्य शासन के स्तर पर शुरू कर दी गई है।

नई विधानसभा की तैयारियां अंतिम चरण में
नवा रायपुर सेक्टर-19 में 51 एकड़ क्षेत्र में नई विधानसभा भवन का निर्माण लगभग 95% पूरा हो चुका है। सितंबर तक यह भवन पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इस अल्ट्रा मॉडर्न भवन को 200 विधायकों की बैठक क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है।

वर्तमान विधानसभा भवन रायपुर-बलौदाबाजार मार्ग स्थित ग्राम बरौंदा में स्थित है, जहां से 14 दिसंबर 2001 से कार्यवाही संचालित हो रही है। दिसंबर 2025 में इसका अध्याय समाप्त हो जाएगा और छत्तीसगढ़ की राजनीति नए भवन में नई दिशा में प्रवेश करेगी।

14 जुलाई से शुरू हो रहा मानसून सत्र न केवल सामयिक राजनीतिक बहसों का मंच बनेगा, बल्कि यह छत्तीसगढ़ विधानसभा के पुराने भवन की विदाई और नव युग के स्वागत का भी प्रतीक बनेगा। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी होंगी कि विपक्ष किस धार के साथ सवाल करेगा और सत्ता पक्ष किस मजबूती से जवाब देगा।