दुर्गापाली में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान ने रचा इतिहास – सिंदूर पार्क को मिला गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान

महासमुंद, बसना विकासखंड के ग्राम दुर्गापाली में आज का दिन पर्यावरण, मातृत्व सम्मान और शहीदों की स्मृति के अनूठे संगम का साक्षी बना। उत्तर रायपुर विधानसभा के विधायक श्री पुरंदर मिश्रा की प्रेरक पहल पर स्थापित “सिंदूर पार्क” का लोकार्पण एवं “एक पेड़ मां के नाम” पौधरोपण कार्यक्रम भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने देव वृक्ष रुद्राक्ष का पौधरोपण किया और चरण पादुका योजना के तहत 50 तेंदूपत्ता हितग्राहियों को चरण पादुका प्रदान किया
कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि रही – शहीदों की स्मृति में सवा दो एकड़ भूमि पर 501 पौधे लगाने के संकल्प को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाना। मौके पर गोल्डन बुक टीम की स्टेड हेड/अधिकृत संवादाता सोनल राजेश शर्मा ने मुख्यमंत्री एवं पूरंदर मिश्रा को प्रमाण पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए विधायक श्री पुरंदर मिश्रा और समस्त ग्रामीणों को बधाई दी। उन्होंने कहा – “यह पहल केवल वृक्षारोपण नहीं, बल्कि मातृत्व, बलिदान और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है।”
मुख्यमंत्री ने पहलगाम हमले में शहीद हुए दिनेश मिरानी के बलिदान को नमन करते हुए उनकी पत्नी श्रीमती नेहा अग्रवाल और सुपुत्र शौर्य का सम्मान किया। उन्होंने घोषणा की कि दुर्गापाली हाईस्कूल का नाम पं. त्रिलोचन प्रसाद मिश्रा के नाम पर रखा जाएगा तथा देवी माँ मंगला कुंद्रा दाई मंदिर परिसर में 25 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण होगा। उन्होंने महाविद्यालय निर्माण की मांग को भी सकारात्मक रूप से स्वीकार किया।
विधायक पुरंदर मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा – “सिंदूर पार्क में आज लगाया गया प्रत्येक पौधा हमारी माताओं के प्रेम और संस्कार का प्रतीक है। यह हरियाली आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ व सुंदर वातावरण का तोहफ़ा देगी।” उन्होंने क्षेत्र में उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ाने पर बल दिया और ग्रामीणों से पौधों की नियमित देखभाल करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, बसना विधायक संपत अग्रवाल जी, विधायक श्रीमती चातुरी नंद जी, संगठन महामंत्री अजय जामवाल जी, नगर निगम रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती मिनल चौबे जी, छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर, महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सरला कोसरिया सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
अतिथियों का स्वागत परंपरागत ढंग से धान का कटोरा, ओड़िया व्यंजन अरसा, ठेठरी, लिया, खाजा, तील लड्डू, मूंगफली, कटवा, खुर्मी तथा छत्तीसगढ़ी लुगा, लुगरा, धोती भेंट कर किया गया।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया।