'दिल्ली के आगे नहीं झुकेंगे' : महंगाई, बेरोजगारी और किसान के बहाने शरद पवार का केंद्र सरकार पर निशाना
पवार ने कहा कि हमारी पार्टी किसानों के हित पर काम करती रहेगी. उनके अधिकारों की रक्षा हमेशा करेंगे. कुछ साम्प्रदायिक तत्व हालात खराब कर रहे हैं. अल्पसंख्यक समुदाय के अंदर भय पैदा करते हैं. इसलिए हमें सद्भाव पैदा करने का संकल्प लेना चाहिए.
आम चुनावों से पहले विपक्ष को एकजुट करने के प्रयासों के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने लोगों से केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है. अपनी पार्टी के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए पवार ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार के आगे हम नहीं झुकेंगे.
पवार ने मराठा छत्रप शिवाजी का नाम लेते हुए कहा, "शिवाजी ने कहा था कि दिल्ली के गद्दी के आगे नही झुकेंगे. आज ऐसे ही माहौल में हम यहां जमा हुए हैं." उन्होंने कहा कि पहले भी मराठा लोगो ने दिल्ली को चुनौती दी है , फिर देने को तैयार हैं.
पवार ने कहा, "श्रीलंका और पाकिस्तान में तानाशाही देखी. वहां लोकतंत्र चंद लोगो के हाथ में आ गई. हमारे देश मे 56 फीसदी कृषि पर आधारित है. हमे किसानों पर गर्व है. केंद्र के बनाये तीन कानून 15 मिनट में पारित हो गए लेकिन विरोध कर रहे किसान दिल्ली के सीमा पर एक साल तक बैठे रहे. पहले सरकार ने घ्यान नही दिया. किसानों को कुचल दिया लेकिन अंत में झुकना पड़ा."
पवार ने कहा कि हमारी पार्टी किसानों के हित पर काम करती रहेगी. उनके अधिकारों की रक्षा हमेशा करेंगे. कुछ साम्प्रदायिक तत्व हालात खराब कर रहे हैं. अल्पसंख्यक समुदाय के अंदर भय पैदा करते हैं. इसलिए हमें सद्भाव पैदा करने का संकल्प लेना चाहिए.
प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए एनसीपी सुप्रीमो ने कहा, "15 अगस्त को लाल किले से महिलाओं के अधिकार को भाषण दी. दूसरे दिन ही गुजरात मे बीजेपी सरकार ने बिलकिस बानो के अपराधी को सजा कम करने का काम किया."
पवार ने कहा कि देश में महंगाई एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. हालात बहुत खराब हैं. आज आम लोग इससे परेशान हैं. हमारे देश की सुरक्षा भी एक गंभीर मुद्दा बन गया है. चीन से लगी सीमा पर हालात खराब हैं. चीन ने 2019 में विवादित क्षेत्र में कुछ बनाया है. देपसांग और डेमचौक में चीनी नियंत्रण है. चीन के साथ सेना के सूत्र ने कहा कि हम पुरानी जगह पर नही जा सके. पीएम ने चीन पर देश को गुमराह किया है.
पवार ने कहा कि चीन की तुलना में हमारा बुनियादी ढांचा कमजोर है. चीनी जासूसी जहाज श्रीलंका चला आता है. उन्होंने कहा कि सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ सामुहिक आवाज उठाने की जरूरत है.
पाठी के आठवें राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि सभी दल के नेता आज शरद पवार के पास मार्गदर्शन के लिए आते हैं. चाहे नीतीश हो या ममता या फिर लेफ्ट या कांग्रेस के नेता हों. उन्होंने कहा कि अगले कुछ महीनों में गुजरात में चुनाव होने वाले हैं. लोकसभा का चुनाव भी आने को है. इन चुनावों में बीजेपी के खिलाफ लोगों ने जाने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि आपने देखा कि किस तरह से अनैतिक तरीके से महाराष्ट्र की सरकार गिराई गई.