चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्रों की वाइट कोट सेरेमनी हुई जिसमें छात्रों को मान. अधिष्ठाता, अस्पताल अधीक्षक एवं चिकित्सा शिक्षकों ने सफ़ेद परिधान (ऐपरॉन) पहनाकर उन्हें चिकित्सा का पहला संस्कार

चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्रों की वाइट कोट सेरेमनी हुई जिसमें छात्रों को मान. अधिष्ठाता, अस्पताल अधीक्षक एवं चिकित्सा शिक्षकों ने सफ़ेद परिधान (ऐपरॉन) पहनाकर उन्हें चिकित्सा का पहला संस्कार

 विगत दिनों अंचल के प्रमुख चिकित्सा महाविद्यालय चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्रों की वाइट कोट सेरेमनी हुई जिसमें छात्रों को मान. अधिष्ठाता, अस्पताल अधीक्षक एवं चिकित्सा शिक्षकों ने सफ़ेद परिधान (ऐपरॉन) पहनाकर उन्हें चिकित्सा का पहला संस्कार दिया साथ ही चिकित्स्कों को नैतिक चिकित्सकीय अचार व्यवहार की शपथ दिलाई गई |


            गौरतलाब है कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एन. एम. सी ) द्वारा चिकित्सा शिक्षा की आधुनिक प्रणाली में बहोत सी नई रचनात्मक विधाओं जैसे संगीत, योग, खेलकूद, नैतिक शिक्षा इत्यादि को जोड़ा गया है और अध्यापन पाठ्यक्रम के प्रथम छ:माही में इन्हें सामान्य पाठ्यक्रम के साथ सम्मिलित किया गया है जिसकी विधिवत कक्षाएँ प्रारम्भ हैं |
            इसी तारतम्य में उन्हें प्रथम वर्ष से ही शरीर क्रिया विज्ञान की कक्षाओं में स्वयं के तैयार किए लेक्चर, चार्ट, पोस्टर बनाकर सबके सामने मंच पर आकर बोलने का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से एक सेमिनार आयोजित किया गया और पोस्टर गैलरी का प्रदर्शन रखा गया एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया |
             चंदूलाल चन्द्राकार शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन का ये प्रयास रहा है कि यहाँ पढ़ने वाला हर छात्र  चहुमुखी विकास के साथ एक कुशल चिकित्सक बन कर निकले और समाज और देश के लिए अत्यंत उपयोगी व कुशल चिकित्सक बन सके |