सरकार के किसान विरोधी रवैय्ये के कारण धान खरीदी ठप्प - दीपक बैज सरकार अभी से धान खरीदी की तारीख आगे बढ़ाने की घोषणा करे
रायपुर/01 जनवरी 2025। धान खरीदी शुरू हुये डेढ़ माह बीत गये लेकिन सरकार अभी तक धान खरीदी केन्द्रो की व्यवस्था सुधार नहीं पाई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सरकार के किसान विरोधी रवैय्ये के कारण अभी तक लक्ष्य का आधा धान ही खरीदी हो पाया है। किसानों को अपना धान बेचने के लिये परेशान होना पड़ रहा है। परिवहन और मिलिंग के अभाव में सोसायटी में जगह नहीं है टोकन नहीं कट रहा इस कारण धान खरीदी ठप्प पड़ी है। अंतिम एक माह में लक्ष्य 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो पायेगी इसमें भी संशय है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जिन किसानों ने धान बेच भी दिया है। उनको भुगतान के लिये परेशान होना पड़ रहा है। 3100 रू. के स्थान पर मात्र 2300 के दर से भुगतान हो रहा है। उसमें भी एक साथ पैसा नहीं मिल रहा। वह भी तीन चार किस्तो में दिया जा रहा है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के समय किसानों को 3100 रू. धान की कीमत देंगे तथा गांव में काउंटर बना कर एकमुश्त भुगतान किया जायेगा। भाजपा अपना वह वादा भी नहीं निभा रही। किसानों को न 3100 रू. की कीमत मिल रहा न एकमुश्त भुगतान हो रहा, न ही किसी पंचायत में भुगतान का काउंटर बनाया गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि धान खरीदी डेढ़ महीने पूरा हो गया है लेकिन अभी तक मात्र 80 लाख टन धान की खरीदी ही हो पाई है। इसी रफ्तार से धान की खरीदी होगी तो 31 जनवरी तक जो धान खरीदी का जो लक्ष्य निर्धारित है 160 लाख मिट्रिक टन धान खरीदी करने का वह पूरा हो पाना असंभव है अभी 29 लाख पंजीकृत किसानों में से बमुश्किल से 40 फीसदी किसान ही अपना धान बेच पाये है। बड़े किसानों को अब तक टोकन नहीं मिला है। इस रफ्तार से खरीदी होगी तो सरकार पूरे किसानों का धान नहीं खरीदेगी। जिस धीमी गति से धान खरीदी हो रही है ऐसे में 28 लाख किसानों से धान खरीदी सम्भव ही नही है। जब तक प्रतिदिन 60 हजार से अधिक किसानों से 4 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीदी नहीं होगी तब तक 160 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। सरकार अभी से धान खरीदी की तारीख आगे बढ़ाने की घोषणा करे।