बलौदाबाजार हिंसा मामले में देवेंद्र यादव के खिलाफ 550 पेज की चार्जशीट दाखिल
बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। इस मामले में सीजेएम कोर्ट में 550 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई है, जिसमें विधायक यादव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन पर करीब डेढ़ दर्जन धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। यादव 17 अगस्त से जेल में बंद हैं, और अब तक बलौदाबाजार हिंसा मामले में 185 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रिमांड में हुई थी बढ़ोतरी
चार दिन पहले अदालत ने देवेंद्र यादव की न्यायिक रिमांड को बढ़ा दिया था, क्योंकि पुलिस चालान पेश करने में देरी कर रही थी। अदालत ने उन्हें 5 अक्टूबर तक की रिमांड दी थी, जबकि पुलिस ने चालान तैयार करने के लिए अधिक समय की मांग की थी। यादव ने आरोप लगाया था कि पुलिस जानबूझकर चालान में देरी कर रही है ताकि उनके खिलाफ झूठे आरोप गढ़े जा सकें।
भीड़ को उकसाने का आरोप
देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी बलौदाबाजार हिंसा भड़काने के आरोप में की गई थी। पुलिस के अनुसार, यादव ने भीड़ को उकसाया था, जिससे हिंसा फैली। पुलिस ने उन्हें कई बार नोटिस भेजा था, लेकिन यादव ने जांच में सहयोग करने से मना कर दिया था। हालांकि, एक बार उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की थी, लेकिन वह पुलिस थाने में अपना बयान देने नहीं गए।
जांच में पुलिस का पक्ष
पुलिस का कहना है कि उनके पास यादव के खिलाफ पर्याप्त सबूत और गवाह हैं। पुलिस के अनुसार, उनके पास कुछ वीडियो भी हैं जो यादव की भूमिका को स्पष्ट करते हैं। पुलिस ने अब चार्जशीट में इन सबूतों को आधार बनाया है।
अन्य मामलों की भी जांच जारी
बलौदाबाजार हिंसा के अलावा, देवेंद्र यादव के खिलाफ कोयला घोटाला और कथित MMS मामले की भी जांच चल रही है। भिलाई नगर पुलिस ने भी कुछ दिनों पहले उन्हें नोटिस जारी किया था, लेकिन यादव वहां बयान दर्ज कराने नहीं गए। उन्होंने कहा था कि वह पहले ही अपना बयान दे चुके हैं और आगे की जांच के लिए पुलिस उनके कार्यालय में आकर जानकारी ले सकती है।