गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का इतिहास विभाग द्वारा दिनांक 10 -2 -2023 से 12 -02 -2023 तक आयोजन
दिनांक 10 फरवरी से 12 फरवरी तक भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के मध्य बहुआयामी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपर्क विषय पर गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं बस्तर विश्वविद्यालय के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ जिसका उद्घाटन सत्र दीनदयाल ऑडिटोरियम रायपुर में संपन्न हुआ इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय विद्वान 27 देशों से एवं भारत के विभिन्न केंद्रीय विद्यालय के कुलपति भारत के टॉप इतिहास कार उपस्थित थे बस्तर विश्वविद्यालय से शोध पत्र प्रस्तुत करने हेतु शोधार्थी ने अपनी उपस्थिति दी इस सेमिनार में शासकीय स्नातकोत्तर दंतेश्वरी कन्या महाविद्यालय से डॉक्टर आशीष धर दीवान एवं शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव से इतिहास विभाग के प्रो. चंद्रशेखर तिवारी ने अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में थीम पर अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया जिसे विद्वान इतिहासकारों ने सराहा दोनों प्रतिभागियों ने शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर मनोज श्रीवास्तव का आभार व्यक्त किया है कि उनके मार्ग निर्देशन में उन्हें इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में बस्तर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए ज्ञान और दर्शन आधारित शोध पत्रों के प्रस्तुति पर प्रसन्नता जाहिर की और उन्होंने बस्तर से संबंधित विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किए जाने हेतु प्रोत्साहित किया उन्होंने कहा कि बस्तर एक ऐसी भूमि है पूरी दुनिया सांस्कृतिक संबंधों से बदल गई प्रभावित हो गई वहां की सभ्यताएं बदल गई लेकिन बस्तर की संस्कृति और सभ्यता आज ही सुरक्षित है उन्होंने बस्तर के औषधियों पर जड़ी बूटियों और आयुर्वेद पर रिसर्च करने हेतु 100 छात्रों का ध्यान आकृष्ट किया
प्रोफ़ेसर डॉ. चेतन राम पटेल प्राचार्य एवं इतिहास विद शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडा गांव में शुभकामनाएं दी हैं दोनों शोध पत्र प्रोफ़ेसर पटेल के मार्गदर्शन में प्रस्तुत किए गए