NHM कर्मियों ने लिया सामूहिक इस्तीफा का निर्णय, 4800 कर्मचारियों ने सौंपा त्यागपत्र

NHM कर्मियों ने लिया सामूहिक इस्तीफा का निर्णय, 4800 कर्मचारियों ने सौंपा त्यागपत्र

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मियों की हड़ताल ने तूल पकड़ लिया है। प्रदेश के सभी 33 जिलों में करीब 16 हज़ार कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। राजधानी रायपुर में 1,400 कर्मचारियों ने अपना इस्तीफा सौंपा। सरकार द्वारा 25 अधिकारी-कर्मचारियों की बर्खास्तगी के बाद आक्रोशित कर्मचारी हर जिले में सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनज़र रायपुर सीएमएचओ कार्यालय के बाहर पुलिस ने कड़ी बैरिकेडिंग की है।

अलग-अलग जिलों से इस्तीफों की बौछार
बिलासपुर : 735 कर्मचारी सीएमएचओ कार्यालय पहुँचे और इस्तीफा सौंपा।
जगदलपुर : 887 कर्मचारी बर्खास्तगी आदेश के विरोध में सामूहिक इस्तीफा दे चुके हैं।
बलौदाबाजार : 421 कर्मियों ने इस्तीफा सीएमएचओ राजेश अवस्थी को सौंपा।
खैरागढ़ : 180 कर्मचारी धरने पर बैठे; रैली निकालकर जोरदार विरोध और इस्तीफा सौंपा।
बालोद : 502 कर्मियों ने रैली के बाद सीएमएचओ कार्यालय पहुँचकर इस्तीफा सौंपा।
कांकेर : 655 स्वास्थ्यकर्मियों ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी को सामूहिक इस्तीफा सौंपा।

आंदोलन का कारण
कर्मचारी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मुख्य मांगों में नियमितीकरण और सेवाओं की सुरक्षा प्रमुख हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार उनकी जायज़ मांगों को दबाने की कोशिश कर रही है और बर्खास्तगी आदेश दमनकारी कार्रवाई है।

अस्पतालों में सेवाएँ प्रभावित
जगदलपुर, बालोद और अन्य जिलों के अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सेवाएँ लगभग ठप हो चुकी हैं। मरीजों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

आगे क्या?
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन और उग्र रूप लेगा। सरकार का रुख सख्त है और उसने स्पष्ट किया है कि लोकहित से जुड़े कार्यों में बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।