बारिश ने डाली खलल, धनतेरस पर बस्तर में 50 करोड़ का ही कारोबार
धनतेसर पर भी इस बार बस्तर का बाजार सूना रहा. सुबह से शाम तक तो बिक्री हुई, लेकिन शाम से बारिश के कारण कारोबार प्रभावित हो गया.
कोविड काल की वजह से पिछले 2 सालों से फीका पड़ा बाजार इस बार भी बारिश के कारण धनतेरस पर बस्तर में फीका रहा. दरअसल इस बार बस्तर के व्यापारियों को धनतेरस से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन सुबह से मौसम में आए बदलाव की वजह से शाम होते ही बस्तर में बारिश शुरू हो गई. हालांकि सर्राफा व्यवसाय से लेकर ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ा बाजार में अनुमानित 50 करोड़ का (50 crore business in Bastar on Dhanteras) व्यापार होना बताया जा रहा है. हर वर्ष बस्तर में धनतेरस पर्व में ही 100 से 150 करोड़ का व्यापार होता था, लेकिन इस वर्ष बारिश की वजह से शाम तक लगभग 50 करोड़ का ही व्यापार हो सका.
मौसम विभाग ने बस्तर में भी बारिश होने की संभावना जताई थी. आज सुबह से ही बस्तर में घने बादल छाए हुए थे. धनतेरस के दिन आज सभी वर्ग के लोगों ने जमकर खरीदारी करने की सोची और शाम तक शहर में ऑटोमोबाइल्स से लेकर सराफा व्यापार, कपड़ों का बाजार, मिठाई और पटाखों के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर्स की जमकर खरीददारी भी हुई. जिले के अलावा पड़ोसी राज्य उड़ीसा से भी लोग धनतेरस की खरीदारी करने जगदलपुर पहुंचे थे. सुबह से लेकर दोपहर तक जमकर खरीदारी हुई, लेकिन शाम 5 बजे के बाद बस्तर में रिमझिम बारिश शुरू हुई और उसके बाद से तेज हो गई. जिस कारण शहर के मुख्य बाजार ग्राहकों के अभाव में खाली दिखाई पड़ने लगे.
बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष किशोर पारख ने बताया कि सुबह से शाम तक बस्तर में अनुमानित 50 करोड़ का व्यापार हुआ. जिसमें मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल्स और सर्राफा व्यवसाय शामिल है. इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स और स्टील सामानों की खरीदारी के साथ ही फर्नीचर्स की भी अच्छी खासी खरीदी हुई. व्यापारियों ने उम्मीद जताई थी कि शाम से रात होने तक व्यापार दो से 3 गुना बढ़ सकता है. सुबह से शाम तक पहुंचे ग्राहक की संख्या शाम से रात होने तक बढ़ सकती है, लेकिन बारिश की वजह से शाम होने के बाद से ही ग्राहकों के अभाव में शहर के कई व्यापारिक संस्था सूने दिखाई दिए.