प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया 'धन-धान्य कृषि योजना' और 'दलहन आत्मनिर्भरता मिशन' का शुभारंभ, छत्तीसगढ़ के तीन जिले शामिल
देश के 100 जिलों में योजना लागू, छत्तीसगढ़ के 3 जिलों को मिला स्थान किसानों को आधुनिक तकनीक, संसाधन और बाजार की सुविधा मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को सामग्री वितरित कर जताया आभार कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर से राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
रायपुर, 11 अक्टूबर 2025 — देश के किसानों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' एवं 'दलहन आत्मनिर्भरता मिशन' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से वर्चुअली इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए देशभर के 100 जिलों का चयन किया गया है, जिनमें छत्तीसगढ़ के तीन जिले — दंतेवाड़ा, कोरबा और जशपुर भी शामिल हैं। उन्होंने प्रदेश की 3 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये योजनाएं न केवल कृषि क्षेत्र में बदलाव लाएँगी, बल्कि किसानों की आमदनी बढ़ाने, उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ने तथा बेहतर बाजार उपलब्ध कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने किसानों को चेक, कृषि उपकरण और अन्य सामग्री का वितरण किया तथा विभिन्न जिलों से आए किसान हितग्राहियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं और सुझाव सुने। उन्होंने कहा कि यह योजना विशेष रूप से उन जिलों के लिए लाभकारी होगी जहाँ खेती की संभावनाएँ तो प्रचुर हैं, लेकिन संसाधनों की कमी से किसान पीछे रह जाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के ओजस्वी भाषण को विश्वविद्यालय परिसर में उपस्थित बड़ी संख्या में किसानों, अधिकारियों और छात्रों ने वर्चुअली सुना। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत न केवल खाद्यान्न उत्पादन में, बल्कि दलहन उत्पादन में भी आत्मनिर्भर बनेगा।
मुख्य बिंदु:
देश के 100 जिलों में योजना लागू, छत्तीसगढ़ के 3 जिलों को मिला स्थान
किसानों को आधुनिक तकनीक, संसाधन और बाजार की सुविधा
मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को सामग्री वितरित कर जताया आभार
कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर से राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन