फिल्म समीक्षा : कार्तिकेय 2 को मिला 50 से बढ़कर 1000 स्क्रीन्स
जय श्री कृष्ण पाठकों।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभ कामनाएं।आज पूरा भारतवर्ष कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा ।गुजरात और उत्तर प्रदेश व्रंदा वन ,मथुरा में इस पर्व को बहुत ही भव्य तरीके से उल्लास के साथ मनाया जाता है।इसकी वजह है कृष्ण जी माना जाता है की श्री कृष्ण की नगरी द्वारिका यन्हा कृष्ण जी ने शासन किया वन्ही मथुरा और वृंदावन,गोकुल में उनका बचपन और जवानी बीती।
इन्ही हर्ष और उल्लास के बीच सिनेमा घरों में एक फिल्म आई है जिसका नाम है कार्तिकेय 2 इस फिल्म का लोगो के प्रति इतना प्यार बड़ चुका है की इसके सामने रिलीज फिल्म लाल सिंह चड्डा और रक्षा बंधन फीकी पड़ चुकी है लोग इस फिल्म को बहुत प्यार दे रहे है।
जब यह फिल्म रिलीज हुई थी तब यह सिर्फ 50 स्क्रीन्स के साथ रिलीज हुई थी पर आज जन्माष्टमी के दिन इसे 1000 स्क्रीन्स में दिखाने का मौका मिला है जो की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
तो आइए समझते हैं आखिर इस फिल्म में ऐसी क्या खास बात है।तो यह एक एक्शन एडवेंचर्स फुल ऑन मसाला मूवी है जो पैन इंडिया लेवल की फिल्म है जिसमे हिंदी तेलुगु और अलग अलग भाषा में रिलीज किया गया है।
यह फिल्म हमारे देश की गौरव शाली संस्कृति को बहुत ही सम्मानित और आज की जेनरेशन के साथ लिंक करके दिखाती है।यह फिल्म श्री कृष्ण जी के पैरों के कड़े की खोज के इर्द गिर्द इस फिल्म की कहानी चलती है।
इस फिल्म को अभिषेक अग्रवाल ने निर्माण किया जिन्होंने the Kashmir files को भी निर्माण किया था ।इस फिल्म में निखिल सिद्धार्थ मुख्य भूमिका में है।और अनुपम खेर का बहुत महत्त्वपूर्ण कैमियो भूमिका है जिसमे वे एक बहुत प्रसिद्ध बुद्धजीवी डॉ. धनवंतरी की भूमिका में हैं।
सिर्फ 15 करोड़ में बनी यह फिल्म अपने आप में एक उपलब्धि है क्योंकि एक अच्छी कहानी को अच्छी पटकथा के साथ अच्छे विजुअल इफेक्ट के साथ इतनी कम बजट में प्रदर्शित करना बहुत बड़ी बात है।
कुल मिला कर यह एक बहुत ही अच्छी ताज़ी फिल्म है जो आपको इस तरह की फिल्म बहुत कम देखने को मिलेगी।और सिनेमा घर जाकर देखना सबसे अच्छा अनुभव हो सकता है।
अगर आपने इस फिल्म को देख लिया है तो अपना अनुभव हमे साझा करें।