वो सुबह कब आएगी
मोना चन्द्राकर मोनालिसा रायपुर छत्तीसगढ़
जब नारी पर ना हो कोई अत्याचार
वो सुबह कब आएगी
कहीं ना हो कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप
कभी तो ये प्रथा समाप्त हो जाएगी
कब एक बेटी के जन्म पर मां-बाप आंसू नहीं बहायेंगे
कभी तो बिना दहेज के बेटी ससुराल जाएगी
कब एक लड़की आधी रात को भी सुरक्षित घर लौट आएगी
कभी तो रात में भारत की एक बेटी बेझिझक अकेले बाहर जाएगी
कब एक नारी को हर जगह समान दर्जा मिलेगा
कभी तो नारी भी अपने आत्मसम्मान के साथ समाज में अपनी वजूद बना पाएगी
कब एक नारी को उसका अस्तित्व समाज में मिलेगा
कभी तो नारी भी इस पूरे विश्व में राज कर पाएगी
वो सुबह कब आएगी
वो सुबह कब आएगी