महिलाओं को प्रेग्नेंट करो और जीतों 13 लाख का इनाम, पुरुषों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 8 गिरफ्तार, 18 फरार
बिहार। नवादा में साइबर थाना की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो महिलाओं को माँ बनाने के नाम पर दूसरे राज्यों के पुरुषों को ठग रहा था। पुलिस ने इस केस में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि दर्जन भर अपराधी फरार हो गए। पकड़े गए ठगों के पास से पुलिस को 9 मोबाइल और प्रिंटर मशीन और बड़ी संख्या में डेटा बरामद हुआ है। अनुमान है कि इस ठगी के रैकेट में 25-30 लोग शामिल थे।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि लोग ठगी करने के लिए इस स्कैम को ऑल इंडिया प्रेगनेंट जॉब का नाम दिए हुए थे। इसी का नाम लेकर ये भोले-भोले लोगों के मोबाइल पर संपर्क करते थे और कहते थे कि जिन महिलाओं को बच्चे नहीं हो रहे हैं, उन महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है। अगर महिला सफलापूर्वक प्रेगनेंट हो गई तो इसके बदले में उनको 13 लाख रुपए दिए जाएँगे।
नवादा पुलिस ने साइबर अपराधियों के इस बड़े फर्जीवाड़े स्कीम का खुलासा करते हुए बताया कि इन्होंने कई लोगों को फंसा लिया और लाखों की ठगी कर ली. आपको बता दें कि गिरफ्तार लोगों में ज्यादातर की उम्र 19 से 25 साल के बीच है.नवादा के साइबर पुलिस ने इस साइबर क्राइम का भंडाफोड़ करते हुए बताया कि इन लोगों के द्वारा ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब (बेबी बर्थ सर्विस) के नाम पर जालसाजी की जाती थी. इसके नाम पर ये भोले-भोले लोगों को मोबाइल फोन के द्वारा संपर्क कर बताते थे कि जिन महिलाओं को बच्चे नहीं होते हैं, उन महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है. इसके बदले में आपको रुपए दिए जाएंगे. सेक्स और रुपए के लालच में जब कोई इस काम के लिए तैयार हो जाता था तो उससे सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 799 रुपए लिए जाते थे. उसके बाद उससे सिक्योरिटी फीस के नाम पर 5,000 से 20,000 रुपए तक ठगी की जाती थी. इसी तरह बारी-बारी से कई लोगों को शिकार बनाते थे. जब तक लोगों को असलियत का पता चलता, तब तक वे बहुत कुछ गवां चुके होते थे.
जब पुलिस को इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली तो प्राप्त सूचना के आधार पर इन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस के द्वारा एक टीम का गठन किया गया. पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल के निर्देश पर एक स्पेशल टीम ने अचानक गांव में छापा मारा. पुलिस का छापा देख अपराधियों के बीच भागा-भागी हो गई. हालांकि, पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जबकि गिरोह का सरगना समेत कुल 18 लोग अभी भी फरार हैं. गिरफ्तार अपराधियों के पास से 09 मोबाइल और एक प्रिंटर बरामद किया गया है.
डीएसपी कल्याण आनंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में शत्रुघ्न कुमार उर्फ सोनू कुमार, राजेश कुमार, प्रभात कुमार वर्मा, कविंद्र प्रसाद, गोपाल दास, अनिल कुमार, अजय कुमार, लक्ष्मण कुमार शामिल है।