रायपुर प्रेस क्लब में नई सदस्यता पर रोक, 60 दिन में चुनाव कराने के निर्देश

रायपुर प्रेस क्लब में नई सदस्यता को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहे विवाद पर अब पंजीयक फर्म्स एवं सोसायटी ने हस्तक्षेप करते हुए विराम लगा दिया है। पंजीयक ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि जब तक क्लब की नई कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न नहीं हो जाता, तब तक कोई भी नया सदस्य नहीं जोड़ा जाएगा। साथ ही, सदस्यता शुल्क में की गई मनमानी बढ़ोतरी को भी अवैध घोषित किया गया है।
वरिष्ठ पत्रकारों की आपत्ति के बाद आया आदेश
दरअसल, 16 सितंबर को पंजीयक द्वारा रोक लगाने के बावजूद 25 सितंबर से प्रेस क्लब प्रबंधन ने नई सदस्यता प्रक्रिया फिर शुरू कर दी थी। इसमें लगभग 253 नए सदस्यों को जोड़े जाने की तैयारी थी और पुराने सदस्यों के शुल्क ₹500 से बढ़ाकर ₹1000 तक कर दिए गए थे। इस निर्णय का कई वरिष्ठ पत्रकारों ने विरोध किया और पंजीयक को शिकायत भेजी।
पूर्व महासचिव संदीप पुराणिक, मोहन तिवारी, सनत तिवारी, शिव वर्मा, दामु अंबाडरे, विजय वर्मा, टीकम वर्मा और प्रदीप चंद्रवंशी ने पुराने आदेशों की अवहेलना पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
केवल 17 फरवरी 2024 तक के वैध सदस्य ही देंगे वोट
पंजीयक ने अब स्पष्ट कर दिया है कि आगामी चुनाव प्रक्रिया में केवल वही सदस्य भाग ले सकेंगे जो 17 फरवरी 2024 तक वैध रूप से पंजीकृत थे। जिन 125 सदस्यों के नाम पूर्व में हटाए गए थे, उन्हें भी राहत दी गई है — अब वे फिर से वैध सदस्य माने जाएंगे और मतदान में भाग ले सकेंगे।
60 दिनों में चुनाव कराने के निर्देश
पंजीयक ने प्रेस क्लब को सख्त निर्देश जारी करते हुए 60 दिनों के भीतर नई कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न कराने को कहा है। नई सदस्यता जोड़ने या शुल्क संशोधन से संबंधित कोई भी निर्णय अब केवल निर्वाचित कार्यकारिणी ही ले सकेगी।
चुनावी हलचल हुई तेज
पंजीयक के आदेश के बाद रायपुर प्रेस क्लब में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। चूंकि अब मतदान 2024 की पुरानी सूची से होना तय है, ऐसे में संभावित प्रत्याशी और पैनल फिर से अपनी रणनीतियां तय करने में जुट गए हैं।
वरिष्ठ पत्रकारों ने पंजीयक के इस कदम को “निष्पक्षता और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा निर्णय” बताया है।