छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में एक ही रात में 18 मरीजों की मौत, CM ने दिए जांच के आदेश
रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 70 फीसदी पीड़ित 50 वर्ष से अधिक आयु के थे. 13 मौतें आईसीयू में हुईं, जिससे अफवाहें फैल गईं कि ऑक्सीजन लाइनों में कोई खराबी है. हालांकि अस्पताल ने इस आरोप से इनकार किया है. पिछले शुक्रवार को कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की थी और आरोप लगाया था कि एक दिन में चिकित्सकीय लापरवाही के कारण छह मौतें हुई हैं. शिंदे ने टीओआई को बताया कि जांच समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और हमने इसे बहुत गंभीरता से लिया है. हम जानते हैं कि मरीजों को अलग-अलग दिनों में भर्ती किया गया था. कई की हालत गंभीर होने पर निजी अस्पतालों से रेफर किया गया. हमारे पास तथ्य हैं और अब विस्तृत विश्लेषण का इंतजार है.” वहीं सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि रिपोर्ट दो दिनों में सौंपी जाएगी, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि इसमें 15 दिन लगेंगे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘डीन की ओर से कोई लापरवाही हुई या नहीं, इसकी जांच के लिए रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा. सीएम की मंजूरी के बाद कार्रवाई की जाएगी.”