गज़ल
मीता अग्रवाल मधुर रायपुर छत्तीसगढ़
नैन से नैन गर मिलाना है।
राज नैनो तले छुपाना है।।
तोलती हैं सभी इरादों को,
ये निगाहें गजब ठिकाना है।।
नैन सपनों भरी अजब नगरी
माप अंदाज सच जमाना हैं।।
हैं समां चित्रकारी से गढ़ती,
फलसफे तोड़ घर सजाना है।।
आज घर बैठ भर मधुर आहें,
फिर हरा जख्म ही दिखाना है।।