बच्चों ने सीखा राखी निर्माण की कला
शनिवार बैग लेस डे पर शासकीय प्राथमिक शाला पौसरी में सृजनात्मक गतिविधि अंतर्गत राखी निर्माण कार्यशाला का आयोजन शिक्षिका भारती वर्मा के द्वारा प्रधानपाठक पुष्पलता नायक के मार्गदर्शन में किया गया | जिसमें स्कूल के बच्चों ने उत्साह के साथ सहभगिता निभाई | उल्लेखनीय है कि नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से बालक -बालिकाओं का सर्वांगीण विकास किया जाना है और वह अपने जीवन में स्वावलंबी हो सकेंगे । बालकों की रुचि के अनुसार उनका कौशल विकास किया जाएगा ।
शिक्षिका भारती वर्मा ने बताया कि स्थानीय तीज त्यौहार व पर्व से बच्चों को प्रत्यक्ष तौर पर जोड़ने व उनके महत्व से बच्चों को परिचित कराने के लिए शाला स्तर पर घरों में उपलब्ध स्थानीय अनुपयोगी वस्तुओं से आकर्षक राखी बनाने का कौशल बच्चो को सिखाया जा रहा है | जिसे वे बहुत ही ख़ुशी व लगन से सीख रहे है व इस वर्ष राखी त्यौहार पर अपने हाथों से बने राखी को ही बाधने के लिए उत्सुक दिख रहे है | साथ ही बच्चों को राखी के दौरान पूजा करने के लिए आकर्षक पूजा थाल सजाना भी सिखाया गया है | राखी निर्माण अंतर्गत बच्चों को चित्रकला भी सिखाया गया । आजकल बाजारों में केमिकल युक्त रंगोली से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है , इससे बचने के लिए शिक्षिका भारती वर्मा द्वारा सहज उपलब्ध फूलों से आकर्षक रंगोली निर्माण भी बच्चों को सिखाया गया । जिसके अंतर्गत शिवलिंग व त्रिशूल का फूलों से आकर्षक रंगोली बनाया गया ।
शाला की प्रधान पाठक पुष्पलता नायक ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक शनिवार को बैग लेस डे होता है | जिसमे बच्चे बिना कापी पुस्तक के स्कूल आते है और इस दिन बच्चों को शाला में खेल,पेंटिंग,कौशल विकास आदि की गतिविधि कराया जाता है | आज के राखी निर्माण के गतिविधि में शिक्षिका भारती वर्मा , मनीषा वर्मा,शिवकुमारी देवांगन व लभाष जांगडे का उल्लेखनीय योगदान रहा |