प्रथम प्रान्त प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ शान्ताराम सराफ द्वारा ग्राम मूरा में संस्कार केन्द्र का शुभारंभ।
बिना संस्कारों के शिक्षा अधूरी है- गणेश शकर मिश्रा
प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. लखन लाल मिश्र की स्मृति में शरद पूर्णिमा के पवित्र दिवस पर उनके गृह ग्राम मूरा (बंगोली), जिला रायपुर में सरस्वती संस्कार केन्द्र का शुभारंभ हुआ जिसका मूल उद्देश्य ग्राम के कक्षा एक से कक्षा छः तक के विद्यार्थियों में संस्कारों के बीज का रोपण करना है।
इस अवसर पर पं. लखन लाल मिश्र के पुत्र एवं पूर्व IAS गणेश शंकर मिश्रा ने कहा कि "समाज में शिक्षा तो प्राप्त हो रही है. लेकिन संस्कार के अभाव में व्यक्तित्व विकास की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है, इस दिशा में सरस्वती शिक्षा संस्थान द्वारा अच्छा काम पूरे देश में किया जा रहा है। आज हमने अपने गृह ग्राम मूरा में इस संस्था के सहयोग से एक संस्कार केन्द्र प्रारंभ किया है, जिसका ध्येय हमारी प्राचीन गौरवशाली सभ्यता से आज के बच्चों को अवगत करा, उनके व्यक्तित्व विकास कर देश हित में तैयार करना है। संस्कार केन्द्र के शिल्पकार मिश्रा जी द्वारा तर्क दिया गया कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली एवं पाश्चात्य शिक्षा पद्धति से शिक्षा एवं रोजगार तो हासिल किया जा सकता है किन्तु व्यक्ति को एक आदर्श नागरिक होने का गौरव वैदिक परंपरा युक्त संस्कार केन्द्रों से ही मिल सकता है।
ग्राम मूरा में प्रारंभ संस्कार केन्द्र में नियमित सांय 4:30 से 6:00 बजे तक शिक्षण दिया जायेगा, जिसमें गांव के 50 बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार के पश्चात अभिभावकों द्वारा पंजियन कराया गया।
इस कार्यक्रम हेतु ग्राम मूरा पधारे प्रथम प्रान्त प्रचारक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ शान्ताराम सराफ द्वारा पं. लखन लाल मिश्र की आवक्ष प्रतिमा का माल्यार्पण किया गया एवं माँ भद्रकाली के मन्दिर में पूजा-अर्चना की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलन से हुआ। इस अवसर पर डॉ. देवनारायण साहू संगठन मंत्री विद्या भारती छत्तीसगढ़ राघवेन्द्र सह संगठन मंत्री चन्द्र कुमार डडसेना, प्रान्त प्रमुख सेवा क्षेत्र की शिक्षा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष खरोरा नरेन्द्र ठाकुर, लखनलाल धीवर, पूर्व मण्डल महामंत्री राजकुमार ठाकुर एवं डॉ. जगदीश वर्मा, पुरूषोत्तम साहू, छत्तर तथा ग्राम के असंख्य निवासी उपस्थित थे।