अंबिकापुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत जी ने सभा को किया संबोधित सरगुजा संभाग के सभी जिलों के लगभग 10 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने किया पथसंचलन पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल जी ने सभी स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया
भव्य पथ संचलन ने राष्ट्र सेवा को लेकर नई उर्जा का संचार किया है: बृजमोहन अग्रवाल
अम्बिकापुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान आज अंबिकापुर पहुंचे। उनके आगमन पर सरगुजा संभाग के सभी जिलों के लगभग 10 हजार से भी अधिक स्वयं सेवक अपने पूर्ण गणवेश के साथ पथ संचलन किया। इस पथ संचलन के दौरान अम्बिकापुर के घड़ी चौक पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सभी स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। इस बीच बृजमोहन अग्रवाल व मौजूद कार्यकर्ता बड़े ही जोश-खरोश के साथ भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे भी लगाते रहे। पथ संचलन करते हुए सभी स्वयंसेवक अपने सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी को सुनने के लिए पीजी कॉलेज के मैदान में एकत्रित हुए।
हजारों स्वयंसेवकों के साथ-साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ आया, जिसने मैदान को पूरी तरह भर दिया। इस दौरान मोहन भागवत जी के संबोधन को सुनने के लिए पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल भी शामिल हुए। इनके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य कई नेता कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे।
पीजी कॉलेज मैदान में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का कोई स्वार्थ नहीं है। संघ को कोई लोकप्रियता भी नहीं चाहिए। संघ का सिर्फ एक स्वार्थ है वो है पूरे भारत का उत्थान। उन्होंने कहा कि जब संघ प्रारंभ हुआ था, तो विचारधारा के साथ लोगों का विश्वास कम था। आज कई तरह के आरोपों से भड़काने के बाद भी समाज संघ पर विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि जब भी भारत पर संकट आता है तो हम सब भूल जाते हैं। आपस में कितना भी लड़ते रहें, लेकिन संकट के समय सब एक हो जाते हैं।
इस कार्यक्रम के पश्चात पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज माँ महामाया की नगरी में स्वयंसेवकों द्वारा हुये इस भव्य पथ संचलन ने हम सभी को गौरवान्वित करने के साथ धर्म व राष्ट्र के प्रति एक नई ऊर्जा का संचार किया। पथ संचलन में आये हुए हजारों स्वयंसेवकों का पुष्पवर्षा के माध्यम से उनका स्वागत व अभिनंदन कर मन हर्षित हो उठा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में संघ व समाज में जुड़ाव पैदा करने हेतु कई महत्वपूर्ण तथ्य हम सभी के सामने पेश किए और सभी को एक होकर रहने के साथ देश की प्रगति में भागीदार बनने का आह्वान किया।