छत्तीसगढ़ की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को बदहाल कर दिया भूपेश बघेल ने - बृजमोहन
शिक्षा विभाग को स्वामी आत्मानंद के नाम लेकर "भष्ट्राचार विभाग" बना दिया - बृजमोहन स्कूली शिक्षा की दुर्गती पर मुख्यमंत्री जवाब दे
वरिष्ठ भाजपा नेता, विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश की बदहाल व रसातल पर जा रही शिक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा है कि इधर मुख्यमंत्री घूम-घूमकर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का फटा ढोल पीट रहे हैं और उधर नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2021 की रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था की सारी पोल खुल गई है।
छत्तीसगढ़ की स्कूली शिक्षा रसातल में पहुंच गई है। इस सर्वे में शिक्षा को लेकर भूपेश बघेल सरकार की हकीकत सामने आ गई है कि छत्तीसगढ़ स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में देश के 30 राज्यों से पिछड़ गया है। यह है शैक्षणिक विकास की बाजीगरी दिखाने वाले मुख्यमंत्री की शिक्षा व्यवस्था का सत्य। यह सत्य चीख-चीख कर कह रहा है कि छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों का भविष्य भूपेश बघेल सरकार की नीतियों के कारण चौपट हो गया है। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जिस स्कूल शिक्षा मंत्री पर सत्ता पक्ष के विधायक ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, उनके बंगले में जाकर प्रदर्शन करते है जिस सरकार में सर्व शिक्षा अभियान के तहत देश की सरकार से मिलने वाली रकम की बंदरबांट हो रही हो, उस प्रदेश की शिक्षा देश भर में पिछड़ेगी नहीं तो क्या शिखर पर पहुंचेगी?
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के विकास में पूरी तरह बाधक बन गए हैं। झूठे और प्रायोजित आंकड़ों के बूते सभी की आंखों में धूल झोंकते हैं। वे राज्य के किसानों, मजदूरों, गरीबों, महिलाओं और बेरोजगार युवाओं के साथ तो छल कपट कर ही रहे थे। अब यह भी सामने आ गया है कि स्कूली बच्चे भी भूपेश बघेल सरकार की बदनीयती के शिकार हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि स्कूली शिक्षा की ऐसी दुर्गति क्यों हुई, मुख्यमंत्री इसका जवाब दें और स्कूल शिक्षा मंत्री को तत्काल बर्खास्त करें।