कर्नाटक के संत शिवमूर्ति शरणारू यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार
महंत के खिलाफ मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून के तहत भी आरोप लगाए गए क्योंकि पीड़ितों में एक दलित लड़की भी है.
कर्नाटक के संत शिवमूर्ति शरणारू यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक प्रभावशाली मठ के महंत शरणारू के खिलाफ बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण कानून (पोक्सो) के तहत मामला दर्ज किए जाने के बाद मुरुघा मठ के छात्रों को यहां के सरकारी छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया गया था.
इस विवाद के सामने आने के बाद कई माता-पिता अपने बच्चों को अपने घर ले गए. पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि महंत के खिलाफ मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून के तहत भी आरोप लगाए गए क्योंकि पीड़ितों में एक दलित लड़की भी है.
उन्होंने बताया कि महंत की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को दलित संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद एससी/एसटी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था. समझा जाता है कि मामला सामने आने के बाद से पुलिस टीम लगातार मठ और छात्रावास का दौरा कर रही है.
इस बीच शरणारू ने दावा किया है कि लगाए गए आरोप उनके खिलाफ लंबे समय से चली आ रही साजिश का हिस्सा है. उन्होंने भरोसा जताया कि वह मामले में पाक-साफ होकर सामने आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वह कानून का पालन करने वाले हैं और जांच में सहयोग करेंगे.
इस बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने महंत के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की कर्नाटक पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है. मीडिया की खबरों के मुताबिक, महंत पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली दो नाबालिग लड़कियों ने मंगलवार को एक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया है.