महाविद्यालय अतिथि व्याख्याता नौकरी से बाहर, आंदोलन को मजबूर
कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि किसी भी अनियमित कर्मचारी, संविदा कर्मचारी, दैनिक वेतन भोगी, सभी विभाग ने कार्यरत कर्मचारी को बिना किसी छतनी के सभी को नियमित किया जाएगा। परंतु छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत महाविद्यालय अतिथि व्याख्याता को पीएससी द्वारा नए भर्ती से चयनित अभ्यर्थियों के पदस्थापना आदेश से नौकरी से बाहर किया जा रहा हैं। जिससे हज़ारों अतिथि व्याख्याता बेरोजगार हो गए है। और मानसिक आर्थिक स्तिथि से जूझ रहे है। परिवार की भरन पोषण के लिए असमर्थ हो गए है। महाविद्यालय अतिथि व्याख्यता के द्वारा अनेकों बार शासन प्रशासन को अपनी तीन मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा गया परन्तु अभी तक कोई आदेश अतिथि व्याख्याता के हित में नहीं आया बल्कि हज़ारों अतिथि व्याख्याता को बेरोजगार कर दिया। जिससे परेशान अतिथि व्याख्याता कल दिन गुरुवार को आंदोलन के लिए मजबुर हो गए है।और अपनी मांगो को सरकार के सामने रखेंगे।और अतिथि व्याख्याता के मांगो को अनसुना किया गया तो 1000 की संख्या में आगे घेराव और अनिश्चित कालीन हड़ताल करने को मजबुर होंगे।