चुनाव देखकर आदिवासियों की याद आती है कांग्रेस को - बृजमोहन
कांग्रेस ने बस्तर के लिए कुछ नही किया, हर पल बस्तर को धोखा दिया है कांग्रेस व शोषण सिक्का के दो पहलू
रायपुर /9 अगस्त 2023/ कांग्रेस आदिवासियों की सबसे बड़ी शोषक पार्टी है। साढ़े 4 साल में आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया अब चुनाव आ गया तब भूपेश बघेल को आदिवासियों की याद आ रही है। बताओ मुख्यमंत्री साढ़े 4 वर्षों में कभी आपके बीच आदिवासी दिवस मनाने बस्तर आए हो तो? कांग्रेस ने पिछले साढ़े 4 सालों से आदिवासी क्षेत्र बस्तर का विकास अवरूद्ध कर दिया है। सड़क, अस्पताल, स्कूल सब भाजपा ने बनाया ये तो सिर्फ उसमे रंग रोगन कर अपना फोटो लगा रहे है।
कोई एक उल्लेखनीय काम तो बताए जो उन्होंने बस्तर के लिए लिया हो। उक्त उदगार भाजपा विधायक एवम पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल आज आदिवासी दिवस पर जगदलपुर भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।
भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी व डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के सपनो को नरेंद्र मोदी की सरकार एक एक कर पूरा कर रही है। कोरोना काल में मोदी सरकार ने गरीबों को चावल भेजा, जिसे कांग्रेस खा गई। गरीबों के घर में नल के लिए पैसा भेजा जिसे ये खा गए, छत्तीसगढ़ में जमकर लूट मची है। 18 लाख से अधिक गरीबों का जिसमे बस्तर के गरीब आदिवासी है, इनके सर से पक्के छत छीनने का काम किया है भूपेश बघेल ने।
अग्रवाल ने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने का काम प्रधानमंत्री मोदी जी कर रहे है।
भाजपा ने 15 वर्षो तक छत्तीसगढ़ में अटल जी के सपने को पूरा करने का काम किया, आदिवासी, गांव, गरीब, महिला, युवा, छात्र छात्राओं सब के विकास के लिए काम किया है। फर्जी घोषणा पत्र, झूठे वादे, जनता को भ्रम में रखकर कांग्रेस ने सरकार बनाई और सत्ता में बैठते सारे वादे भूल गई। आज छत्तीसगढ़ की जनता अपने को ठगा महसूस कर रहा है। छत्तीसगढ़ के विकास के लिए फिर एक बार हम सब कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर छत्तीसगढ़ में सरकार बनानी है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संतोष बाफना, लछुराम कश्यप, योगेंद्र पाण्डे, समुंदसाय कच्छ, श्रीनिवास मिश्रा, रामाश्रय सिंह, श्रीधर ओझा, नरसिंह राव, मोहन सिंह, उमाकांत सिंह, रजनीश पाणिग्रही, आलोक अवस्थी, संजय पांडे, सुरेश गुप्ता, गोविंद शर्मा, राजेन्द्र बाजपेयी, अविनाश श्रीवास्तव, राकेश तिवारी, मनीष पारख, सतीश बाजपेयी, श्रीमती सुधा मिश्रा, श्रीमती लक्ष्मी कश्यप,,श्रीमती ढाकेश्वरी पांडेय, श्रीमती ममता राणा, श्रीमती गीता नाग, श्रीमती किरण दीवान, श्रीमती किरण सेन, श्रीमती अलका सेंगर, लाला महावर सहित सैकड़ों की संख्या में प्रमुख नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।