दिल्ली में प्रदूषण का कहर, 2 दिन स्कूलें बंद
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार रात घोषणा की कि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर दिल्ली के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय अगले दो दिन तक बंद रहेंगे. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इस सीजन में पहली बार गुरुवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया. वैज्ञानिकों ने अगले दो हफ्ते में प्रदूषण और बढ़ने का अनुमान जताया है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर, दिल्ली के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय अगले दो दिन तक बंद रहेंगे. वहीं दिल्ली नगर निगम ने एक अलग आदेश में कहा कि उसके स्कूलों में कक्षाएं अगले दो दिनों तक नहीं चलेंगी.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उससे सटे दूसरे राज्यों के शहरों में प्रदूषण गंभीर होता जा रहा है, जिसके चलते लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. हर तरफ स्मॉग ही नजर आ रहा है. आलम यह है कि हेल्थ एक्सपर्ट लोगों को सुबह टहलने से भी मना कर रहे हैं. आज सुबह दिल्ली में हल्की धुंध छाई हुई है, कुल AQI 346 के साथ दिल्ली की हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. दिल्ली और पड़ोसी शहरों में अधिक से अधिक लोगों को सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते दिल्ली मेट्रो की ट्रेन तीन नवंबर से 20 अतिरिक्त फेरे लगाएंगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
वहीं गुरुवार को दिल्ली के 12 इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार यानी की गंभीर स्थिति में पहुंच गया है. रेस्पिरर रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर के महीने में दिल्ली में पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 का स्तर देश में सबसे अधिक था और 2021 के बाद से इसमें लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है.
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों में वायु गुणवत्ता के विश्लेषण पर रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां देश के चार प्रमुख शहरों में वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई है, वहीं लखनऊ और पटना जैसी राज्यों की राजधानियों में इसमें गिरावट आई है. यह इंगित करता है कि जहां दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में अक्टूबर 2023 में पीएम 2.5 का स्तर एक साल पहले की तुलना में अधिक देखा गया, वहीं चेन्नई में एक साल पहले की तुलना में 23 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बुलेटिन में कहा गया कि सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर सापेक्ष आर्द्रता 90 फीसदी थी. एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.