उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम: बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा 17 मार्च को
उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, नई दिल्ली की पहल पर आयोजित राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा 17 मार्च रविवार को प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक आयोजित की जाएगी। शिक्षार्थी सुविधानुसार निर्धारित समय के भीतर परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। शिक्षार्थी को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 3 घण्टे का समय दिया जाएगा। संचालक एवं सदस्य सचिव राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने परीक्षा आयोजन के संबंध में सभी जिला कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए है।
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण से जारी निर्देश में कहा गया है कि परीक्षा में ऐसे शिक्षार्थी शामिल हो सकेंगे जिनका पूर्व में पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत प्रमाणीकरण नहीं हुआ है, जो मोहल्ला साक्षरता केन्द्र में पढ़ाई किए हो अथवा जो बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान की परीक्षा में शामिल होना चाहते है। परीक्षा के लिए पंजीयन के आधार पर ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय के वार्ड वार आकलन में सम्मिलित होने वाले शिक्षार्थियों की सूची तैयार कर ली जाए। इसके बाद संबंधित ग्राम पंचायत अथवा नगरीय निकाय के वार्ड के नजदीक वाले शासकीय स्कूल को परीक्षा केन्द्र बनाया जाए। शिक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र और समय की जानकारी अनिवार्य रूप से विभिन्न माध्यमों से प्रदान की जाए।
किन्हीं स्थानों पर यदि शिक्षार्थी की संख्या कम हो तब भी ग्राम पंचायत अथवा नगरीय निकाय के वार्ड के नजदीक शासकीय स्कूल को परीक्षा केन्द्र बनाया जाए। इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्थिति में शिक्षार्थियों को एक स्थान से दूसरे स्थान न जाना पड़े। परीक्षा केन्द्र में शिक्षार्थियों के लिए पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, बैठने के लिए टेबल कुर्सी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। 17 मार्च को परीक्षा से कम से कम तीन दिवस पूर्व ग्राम, वार्ड प्रभारी स्वयंसेवी शिक्षक की सहायता से प्रत्येक पंजीकृत शिक्षार्थी के घर-घर संपर्क कर शिक्षार्थी पर्ची का वितरण करें, जिसमें शिक्षार्थी का नाम, नामांकन क्रमांक, परीक्षा की तिथि, समय और परीक्षा केन्द्र का नाम स्पष्ट लिखा हो। स्वयंसेवी शिक्षक से शिक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र तक जाने तथा पेन, पेन्सिल और निर्धारित कक्ष में बैठाने के लिए सहयोग हेतु अनुरोध किया जाए।
परीक्षा का समय तीन घण्टे होगा। इसकी जानकारी शिक्षार्थियों को पूर्व में ही प्रदान की जाए। प्रश्न पत्र के तीन भाग होंगे-पढ़ना, लिखना और गणित। प्रत्येक भाग 50 अंकों का होगा एवं सभी प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होगा। प्रश्न पत्र को परीक्षा केन्द्र से बाहर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा केन्द्रों में फोटोग्राफी और विडियोग्राफी भी करायी जा सकती है। यह केन्द्र शिक्षा का मंदिर है। इस भावना से शिक्षार्थियों को तैयार होकर आने के लिए प्रेरित किया जाए।