नाराज ग्रहो और देवताओं को खुश करने गूगल में किया बाबा को सर्च, लगा डाला 37 लाख का चूना
बिलासपुर। नाराज ग्रहो और देवताओं को खुश करने के नाम अन्तर्राज्यीय ठग ने आनलाइन करीब 37 लाख रूपयों की ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस कप्तान रजनेश सिंह की विशेष पहल ऑपरेशन प्रहार अभियान के दौरान पुलिस की संयुक्त टीम ने ऑनलाइन सायबर ठगी करने वाले अंतराज्यीय ठग को धर दबोचा है। पूछताछ के बाद पुलिस के अनुसार आरोपी ने घर में शांति, सदस्यों को अच्छी नौकरी, स्वास्थ्य लाभ दिलाने का झांसा दिया। पीड़िता से ऑनलाइन हवन पूजा पाठ कराने के नाम पर पीड़िता से करीबन 36 लाख 73000 रूपयों की ठगी किया है। आरोपी आशीष त्रिपाठी प्रयागराज उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। अलग अलग इनपुट के बाद गिरफ्तारी के बाद जेल दाखिल कराया गया है।पुलिस के मुताबिक सोनगगा कालोनी सरकण्डा निवासी पीड़ित महिला ने 10 जनवरी को ठगी का रिपोर्ट दर्ज कराया। महिला ने बताया कि कुछ दिनों से उसका स्वास्थ्य खराब चल रहा था। स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए गूगल के माध्यम से हनुमन्त निकेतन डॉट काम साइट में सर्च की। मोबाईल नंबर से कॉल आया। कालर ने अपना नाम आशीष त्रिपाठी बताया। परेशानियों को सुनने के बाद आरोपी ने हवन.पूजन के नाम पर 3350 रूपया खाता में जमा करने को कहा। इसके बाद अलग-अलग तिथियों में सम्पर्क कर हवन पूजन और दान दक्षिणा की। आशीष ने बताया कि गौदान विन्ध्यवाशिनी दान, मारन क्रिया दान बंधक क्रिया दान सुरक्षा कवच दान जैसे अनेक प्रकार के हवन पूजन दान के बाद स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा। इस दौरान आरोपी ने झांसा देकर किस्तों में करीब 36,73,000 रूपया ठगा है।बावजूद इसके स्वसाथ्य में किसी प्रकार का सुधार नहीं हुआ। बावजूद इसके आरोपी अधिक पैसों की मांग कर रहा है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर अपराध दर्ज किया। मामले में जानकारी के बाद पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने धोखाधडी और सायबर अपराधो की समीक्षा कर कार्रवाई का निर्देश दिया। सरकण्डा और एसीसीयू की विशेष संयुक्त टीम को प्रयागराज रवाना किया। पतासाजी के बाद ऑनलाईन ठगी का करने वालों का पता लगाया गया। इसी क्रम में स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी आशीष त्रिपाठी उर्फ अभिवन त्रिपाठी को पूछताछ के लिए पकड़ा गया।