पूर्व सरपंच व सचिव पर पंचायत संपत्ति गायब करने का आरोप

ग्राम पंचायत जोरा में एक बड़ा विवाद सामने आया है, जहां पूर्व सरपंच शारदा जितेन्द्र मानिकपुरी और पंचायत सचिव पर पंचायत कार्यालय की संपत्ति गायब करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों और नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
CCTV से लेकर कंप्यूटर तक गायब
ग्राम पंचायत के वर्तमान उपसरपंच प्रतिनिधि, पंच और अन्य ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव से ठीक पहले पंचायत कार्यालय से CCTV सेट, कंप्यूटर, कूलर, आलमारी और अन्य जरूरी सामान गायब कर दिए गए। आरोप है कि यह सब सचिव की मिलीभगत से किया गया।
नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को नहीं दी गई जानकारी
जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पंचायत कार्यभार संभालने के बाद जब उन्होंने सचिव से पूछताछ की, तो उन्होंने साफ कहा कि पूर्व सरपंच ही सामान लेकर चली गई हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि ग्रामसभा की पिछली बैठक में सामान मौजूद था, लेकिन अब सब गायब है।
प्रभार सौंपने में भी गड़बड़ी का आरोप
पंचों ने सचिव पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बिना पंचों को सूचना दिए चोरी-छिपे वर्तमान सरपंच को प्रभार सौंप दिया। यह प्रक्रिया पंचायत नियमों के खिलाफ बताई जा रही है।
कड़ी कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और पंचों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी भी जनप्रतिनिधि या अधिकारी को पंचायत की संपत्ति निजी समझने की हिम्मत न हो।
जोरा पंचायत का यह मामला ग्राम स्तरीय प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है और पंचायत संपत्ति की बरामदगी कैसे सुनिश्चित की जाती है।