जानिए क्यों मनाई जाती है गुरु पूर्णिमा ?
हर किसी के जीवन में शिक्षा जरुरी है. लेकिन शिक्षा और उसमे समाया ज्ञान बिना गुरु के नहीं मिलता. हमारे भारतवर्ष में गुरुओं को सम्मान देने के लिए गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. इस दिन अपने गुरु का आशीर्वाद पाना शुभ माना गया है.
गुरु पूर्णिमा का पर्व इस बार 13 जुलाई को मनाए जाएगा. यह त्योहार वेदों के रचायिता महर्षि वेद व्यास के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. वैसे तो यह दिन गुरु के आशीर्वाद पाने का होता है. इस दिन जिसके ऊपर गुरु का आशीर्वाद बरस पड़े समझो वह जीवन की हर बाधा से निकल जाएगा. ऐसे पवित्र पावन इस पर्व पर अगर आप यहां बताए गए मंत्रों जाप कर लें तो आपके जीवन में सुख शांति और समृद्धि हमेशा बनी रहेगी.
गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः
गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः
ओम गुरुभ्यो नमः।
ओम परमतत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः
ओम वेदाहि गुरु देवाय विद्यहे परम गुरुवे धीमहि तन्नोः प्रचोदयात्।
ओम गुं गुरुभ्यो नमः
इस साल पूर्णिमा तिथि 13 जुलाई को सुबह 4:00 बजे से 14 जुलाई को रात 12:06 बजे तक प्रभावी रहेगी. उदया तिथि के कारण पूर्णिमा 13 जुलाई को मनाई जाएगी. व्रत भी 13 जुलाई को रखा जा सकता है.
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु-पूजा का विधान है. इस दिन शिष्य अपने गुरु का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. जिससे शारीरिक और मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है. हिंदू धर्म में गुरु का स्थान भगवान से भी बढ़कर होता है. कहा जाता है कि बिना गुरु के आशीर्वाद से देवताओं के आशीर्वाद भी निष्फल हो जाते हैं. इसलिए गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु का वंदन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है.