पत्रकार की हत्या, मुख्य आरोपी समेत 4 गिरफ्तार
अररिया (एजेंसी)। बिहार के अररिया जिले के रानीगंज में पत्रकार विमल यादव की गोली मारकर हत्या करने के मामले में बिहार पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को वारदात के 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है। सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकार विमल यादव की हत्या को लेकर गहरा दुख जताया और कहा था कि पुलिस पदाधिकारियों को जल्द और ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। पत्रकार विमल यादव की हत्या से सभी वर्गों के लोगों में आक्रोश है। इस हत्याकांड के विरोध में पटना में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन भी सड़क पर उतरा। और पत्रकारों के सुरक्षा और आरोपियों की मांग की। पत्रकारों ने साथ ही नीतीश की सरकार सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा गारंटी मांगी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस हत्याकांड के तार जेल से जुड़ रहे हैं। पकड़े गए अपराधियों में मुख्य आरोपी भी शामिल है। 18 अगस्त को विमल यादव को उनके घर के बाहर बुला कर हत्या कर दी गई थी। जिसने गोली चलाई थी वह भी पकड़ा गया है। जानकारी के मुताबिक सुपौल जेल में बंद अपराधी रुपेश यादव उन्हें धमकी दे रहा था। अब पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि सुपौल जेल में रूपेश यादव से मिलने के लिए कौन-कौन लोग जाते थे। पुलिस ने देर रात इन चारों को पकड़ लिया।
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए लोग विमल यादव के आस-पास के ही हैं। पत्रकार को अपने छोटे भाई गब्बू यादव उर्फ शशि भूषण यादव हत्याकांड में गवाही देने से मना किया जा रहा था। अभी तक यही बात सामने आ रही है कि इसी कारण से पत्रकार की हत्या हुई। सुपौल जेल से धमकी देने वाला अपराधी रुपेश यादव भी पत्रकार का पड़ोसी है जो गवाही देने से मना कर रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्तों में भरगामा थाना क्षेत्र के बिपिन यादव, रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा गांव के भवेश यादव, आशीष यादव और कोशकापुर पंचायत के वार्ड संख्या एक के उमेश यादव शामिल हैं। सभी अभियुक्तों को अलग अलग जगहों से देर रात को गिरफ्तार किया गया है। मामले की पुष्टि कौशल कुमार ने करते हुए बताया कि विस्तृत जानकारी एसपी प्रेस वार्ता में देंगे। यहां बता दें कि पत्रकार की हत्या मामले में मृतक विमल कुमार के पिता के बयान पर छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बेलसरा गांव को पुलिस छांवनी में तब्दील कर दिया गया है।