छग विधानसभा मानसून सत्र: रेडी टू ईट और कर्मचारियों की हड़ताल पर सदन में हंगामा
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है. सोमवार को सत्र के चौथे दिन सदन में विपक्ष ने सरकार को रेडी टू ईट फूड की सप्लाई और गोबर खरीदी के मुद्दे पर घेरा. इसके अलावा साल 2018 से भ्रष्टाचार के मामले में छत्तीसगढ़ में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उसको लेकर भी सदन में विपक्ष ने सरकार से सवाल किया. सदन में छत्तीसगढ़ कर्मचारियों की हड़ताल का मुद्दा भी गूंजा.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का चौथा दिन काफी हंगामेदार रहा. सोमवार को सदन में सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन का मामला गूंजा. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों के 5 दिनों की हड़ताल शुरू है. सुबह से स्कूल बंद है. सरकारी कार्यालय बंद हैं. सभी विभागों के शासकीय कार्यालयों में ताला लगा हुआ है. ऐसे में जनता अपने काम के लिए भटक रही है. उन्हें पता नहीं कि सरकार और कर्मचारियों के बीच का मामला क्या है. लोग कार्यालय पहुंचे तो दफ्तर में ताला लटका मिला. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि डीए और अन्य मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों से सरकार ने वादाखिलाफी की. घोषणा पत्र में जो वादे किए गए थे एक भी पूरे नहीं किए गए. हमने इस मामले में स्थगन लाया है आप चर्चा कराएं. अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की हालत आज इतनी बदतर है कि हम चार चार स्थगन पर चर्चा करना चाहते हैं. इस पर आसंदी ने कहा कि चर्चा कैसे संभव है. इस पर बृजमोहन ने कहा कि संभव है.
वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि "प्रदेशभर के और मंत्रालय के कर्मचारी सड़कों पर हैं. एक दिन के लिए नहीं बल्कि पांच दिनों के लिए कार्यालयों में ताला लगा है. छत्तीसगढ़ में ऐसी स्थिति कभी नहीं आई. पूरे प्रदेश में अफरा-तफरी मची हुई है. आखिर जनता कहां जाए और इसका कारण ये सरकार है. धरमलाल कौशिक ने कहा कि साढ़े 3 साल का समय निकल चुका है. धैर्य की सीमा टूटती जा रही है. आखिर कितनी प्रतीक्षा करें. कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए हैं. मुख्यमंत्री को उन्हें बुलाकर उनसे बातचीत करनी चाहिए. पहले उनके साथ जाकर कई घोषणाएं की थी, लेकिन अब सरकार में आने के बाद मंत्रियों को बोलना चाहिए कि हम आपके साथ खड़े हैं"
सोमवार को सत्र में विपक्ष ने राज्य सरकार को प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को लेकर घेरा. साथ ही सदन में जमकर हंगामा भी किया. शून्यकाल में बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने रायपुर में मूकबधिर का गला रेतकर नाबालिग लड़की द्वारा हत्या, अकलतरा दुष्कर्म मामला और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किया. बीजेपी विधायकों ने हत्या, लूट और बलात्कार के मामलों को लेकर स्थगन के जरिये चर्चा की मांग की. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि "उत्तरप्रदेश से आकर अपराधी यहां शरण ले रहे हैं. केवल दिखावे के लिए कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक होती है. किशोरों की हत्या में छत्तीसगढ़ देश में पहले नंबर पर है. सदन में बीजेपी विधायकों ने जमकर नारेबाजी की. हंगामे की वजह से विधानसभा की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित की गई. उसके बाद छत्तीसगढ़ में बढ़ते क्राइम के मु्द्दे पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि "रायपुर का नाम अब चाकूपुर लिखा जाने लगा है. लगातार अपराध बढ़ रहे है. इसे रोकना चाहिए नहीं तो प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी. विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है" सरकार का एक भी नुमाइंदा अकलतरा नहीं पहुंचा. 5 सितारा होटल में 11 युवतियां बरामद हुई. "