बालोद में महाबंद: अमित बघेल ने कहा 'छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना भी शहीद गुंडाधुर की औलाद'
बालोद जिले में आज छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और सर्व आदिवासी समाज द्वारा संयुक्त रूप से महाबंद का आह्वान किया गया है. प्रदेश छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने बताया कि,"डौंडीलोहारा ब्लाक के ग्राम तूएगोंदी में देव सेवा कार्यक्रम के दौरान पथराव हुआ है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग हम कर रहे हैं. कुछ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. लेकिन संत बाबा बालक दास की गिरफ्तारी की भी मांग यहां पर क्रांति सेना द्वारा की जा रही है.
समूचे बालोद जिले में आज छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और सर्व आदिवासी समाज द्वारा संयुक्त रूप से महाबंद का आह्वान किया गया है. जिसका व्यापक असर पूरे जिले भर में देखने को मिल रहा है. एक तरफ जहां जिला मुख्यालय की दुकानें बंद है. वही सभी ब्लॉक मुख्यालयों और समस्त ग्रामीण अंचलों में भी दुकानें बंद है. जहां पर कुछ लोगों द्वारा दुकानों को खोलने का प्रयास किया गया. वहां पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के लोग पहुंचे और दुकानों को बंद कराया गया.
पूरे बालोद जिले में पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था है. पुलिस अधीक्षक एवं कलेक्टर स्वयं जिले की सड़कों पर उतर कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं तो वहीं सभी आला अधिकारी शहर की गलियों में क्रांति सेना के साथ भ्रमण करते देखे जा रहे हैं. पूरे पुलिस महकमे के सभी अधिकारी कर्मचारी आरक्षक फील्ड में तैनात हैं.
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सेनानी डंडे लेकर सड़कों पर उतरे हुए हैं. सभी दुकानों को बंद करा रहे हैं और महाबंद का समर्थन मांग रहे हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, भिलाई और वस्त्र क्षेत्रों से भी सर्व आदिवासी समाज और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सेनानी बालोद जिले में एकत्र हुए हैं.
प्रदेश छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने बताया कि,"डौंडीलोहारा ब्लाक के ग्राम तूएगोंदी में देव सेवा कार्यक्रम के दौरान पथराव हुआ है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग हम कर रहे हैं. कुछ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. लेकिन संत बाबा बालक दास की गिरफ्तारी की भी मांग यहां पर क्रांति सेना द्वारा की जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़िया देवी पूजन की परंपरा को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश की साहित्य को यहां पर थोपा जा रहा है जो कि सही नहीं है. उन्होंने कहा कि यहां पर गुंडागर्दी करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन हम भी शहीद गुंडाधूर की औलाद हैं. हम चुप नहीं रहेंगे.
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सेनानियों ने बताया कि उक्त घटनाक्रम में गैर छत्तीसगढ़िया लोगों द्वारा सुनियोजित ढंग से देव सेवा कार्यक्रम में पथराव किया गया है. हमारे कई आदिवासी भाई इसमें बुरी तरह जख्मी हुए हैं. लेकिन अब तक मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी ना होना समझ से परे है.
कुछ दिनों पहले देव सेवा कार्यक्रम के दौरान पथराव का मामला सामने आया था. जिस पर आदिवासी समाज ने बाबा बालक दास पर उक्त घटनाक्रम को अंजाम देने का आरोप लगाया. वहीं बाबा बालक दास ने मामले को सिरे से खारिज किया और कहा कि हमने इस तरह का कोई आदेश किसी भी युवकों को नहीं दिया है. जिसके बाद से सामाजिक सरगर्मियां तेज हो चुकी है. बाबा बालक दास ने उक्त कृत्य करने वालों को ईसाई मिशनरी का नाम दिया तो वही आदिवासी समाज का कहना है कि हम अपनी देव सेवा कार्यक्रम को संपन्न कर रहे थे.